यूपी में ई-रिक्शा चालक और यात्री दोनों परेशान! नगर पालिका को घेरा
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शहर में ई.रिक्शा चालकों का आक्रोश फूट पड़ा जब उन्होंने रोजाना हो रही अवैध वसूली के खिलाफ आवाज़ उठाई. रिक्शा चालकों का आरोप है कि ट्रैफिक पुलिस और स्थानीय अधिकारियों की मिलीभगत से उनसे ज़बरन पैसे वसूले जाते हैं. और विरोध करने पर चालान या रिक्शा ज़ब्त करने की धमकी दी जाती है.
अवैध वसूली पर बिफरे ई रिक्शा चालक
ई.रिक्शा चालक शहर की जीवनरेखा हैं. जो हजारों लोगों को रोज़ाना कम दाम में सफर की सुविधा देते हैं. लेकिन यदि उनकी मेहनत की कमाई जबरन छिनी जाएगी. तो यह न केवल अन्याय है. बल्कि विकास की रफ्तार को भी धीमा कर देगा. अब ज़रूरत है प्रशासन की जवाबदेही और सख़्त कार्यवाही की. भ्रष्टाचार आज भी भारत के सबसे बड़े सामाजिक और प्रशासनिक संकटों में से एक बना हुआ है. हर स्तर पर पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक स्कूलों से लेकर सरकारी दफ्तरों तक भ्रष्टाचार ने देश की जड़ों को खोखला करना जारी रखा है. भले ही डिजिटल इंडिया, पारदर्शिता और सुशासन के नारे दिए जा रहे हों, लेकिन ज़मीनी हकीकत आज भी पैसा दो, काम लो के इर्द.गिर्द घूमती है. सरकार ने भ्रष्टाचार रोकने के लिए कई योजनाएं और पोर्टल शुरू किए हैं. जैसे लोकपाल, डिजिटल भुगतान प्रणाली आदि. लेकिन जब तक सिस्टम में बैठे लोग खुद ईमानदारी से काम नहीं करेंगे, बदलाव मुश्किल है. सामाजिक स्तर पर भी साक्षरता, जागरूकता और नैतिक शिक्षा की ज़रूरत है, ताकि आम आदमी भी अपना हक समझे और आवाज़ उठाने से न डरे.
नगर पालिका का किया घेराव
भ्रष्टाचार केवल पैसे की लेन.देन नहीं, बल्कि देश की प्रगति को रोकने वाला अदृश्य दीमक है. जब तक इसे जड़ से खत्म नहीं किया जाएगा. तब तक किसी भी योजना का असली लाभ ज़रूरतमंदों तक नहीं पहुंचेगा. समय आ गया है कि हम सभी जनता, प्रशासन और सरकार मिलकर इसे खत्म करने की ठान लें. यूपी के सुल्तानपुर में अवैध वसूली के खिलाफ ई-रिक्शा चालकों का गुस्सा फूट पड़ा। सोमवार को ई-रिक्शा चालकों ने अवैध वसूली के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. बस स्टेशन से लेकर नगर पालिका गेट तक चालकों ने जुलूस निकालकर नगर पालिका प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए. नगर पालिकाध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल के कक्ष के सामने ई-रिक्शा चालकों ने धरना दिया। कांग्रेस नेता वरुण मिश्रा के नेतृत्व में हुए इस आंदोलन में चालकों ने अपनी तीन प्रमुख मांगें प्रशासन के सामने रखीं जिसमे ई-रिक्शा चालकों से की जा रही अवैध वसूली तुरंत बंद हो. वसूली का जिम्मा संभाल रहे पप्पू अंडा का ठेका तत्काल रद्द किया जाए. चालकों की लिखित सहमति के बिना दोबारा वसूली न की जाए. चालकों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं तब तक आंदोलन जारी रहेगा.