यूपी में यहां बन रहा अंडरग्राउंड स्टेशन, जल्द कार्य होगा पूरा
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पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ के बड़े व्यापारिक केंद्र कहे जाने वाले बेगमपुल पर मेरठ का सबसे बड़ा अंडरग्राउंड नमो भारत स्टेशन बनाया जा रहा है, इस स्टेशन में मेरठ के अन्य स्टेशनों से सबसे ज्यादा चार प्रवेश और निकास द्वार बनाए गए हैं, इस स्टेशन पर दोनों लाइन ;अप और डाउन, के लिए ट्रैक बिछाया जा चुका है, फिनिशिंग कार्य अंतिम चरण में तीव्र गति से जारी है। इसके साथ ही फ्लोरिंग और मार्बल बिछाने समेत अन्य काम भी किए जा रहे हैं।
मेरठ में बन रहा सबसे बड़ा अंडरग्राउंड स्टेशन
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ की बात करें तो यहां तेजी से नमो भारत ट्रेन और मेट्रो से जुड़े विकास कार्य देखने को मिल रहे हैं, एक तरफ जहां लोग जल्द ही नमो भारत ट्रेन से मेरठ से दिल्ली तक का सफर मिनटों में कर सकते हैं वहीं दूसरी तरफ मेरठ के विभिन्न क्षेत्रों में नमो भारत ट्रेन और लोकल मेट्रो एक साथ दौड़ती हुई नजर आएंगी, इसके लिए सबसे बड़ा अंडरग्राउंड स्टेशन मेरठ के बेगम पुल पर तैयार किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के मेरठ में देश का सबसे बड़ा अंडरग्राउंड नमो भारत स्टेशन बनाया जा रहा है। यह स्टेशन खास इसलिए है क्योंकि यहाँ से सेमी-हाई स्पीड नमो भारत ट्रेन और मेरठ मेट्रो दोनों एक साथ संचालित होंगी। मेरठ का सबसे बड़ा अंडरग्राउंड नमो भारत स्टेशन पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बेगमपुल पर बनाया जा रहा है। इस स्टेशन में मेरठ के अन्य स्टेशनों की तुलना में चार प्रवेश और निकास द्वार हैं। इस स्टेशन पर दोनों अप और डाउन लाइनों के लिए ट्रैक बनाया गया है। अंतिम चरण में फिनिशिंग कार्य तेजी से चल रहा है। इसके अलावा, फ्लोरिंग और मार्बल बिछाने जैसे अतिरिक्त कार्य भी किए जा रहे हैं। बेगमपुल हर दिन हजारों लोगों को अपनी जरूरत का सामान खरीदने आता है। ट्रेन का संचालन शुरू होने से ये स्टेशन बाजार के बीचों-बीच स्थित हैं, जो लोगों के लिए काफी सुविधाजनक हो जाएगा। बेगमपुल स्टेशन से लोग मेट्रो से मेरठ तक की यात्रा कर सकते हैं, साथ ही नमो भारत ट्रेन से गाज़ियाबाद या दिल्ली तक भी जा सकते हैं। स्टेशन पर सात लिफ्ट भी बनाए जाएंगे, जिनमें से तीन लगभग तैयार हैं। मेडिकल संबंधी सहायता के लिए भी स्टेशन बनाए हैं। प्रत्येक स्टेशन पर बड़ी लिफ्ट बनाई गई हैं, जिसमें मेडिकल सहायता के लिए जरूरत पड़ने पर स्ट्रैचर आदि ले जाया जा सकता है। ट्रेन में स्ट्रैचर ले जाने की सुविधा भी है। सोतीगंज की ओर से आने वाले लोगों के लिए दूसरा द्वार बनाया गया है। मेरठ कैंट के क्षेत्र की ओर आखिरी और चौथा प्रवेश-निकास द्वार है, जबकि तीसरा नैशनल इंटर कॉलेज की ओर है। स्टेशन के चारों ओर बनाए गए चार द्वारों से लोग आ सकेंगे। बेगमपुल मेरठ का एकमात्र अंडरग्राउंड स्टेशन है, जिसमें चार प्रवेश-निकास द्वार हैं, ताकि यात्री आसानी से आसपास से स्टेशन पर आ सकें। अबू लेन से आने-जाने वालों को ध्यान में रखकर पहला प्रवेश/निकास द्वार बनाया गया है।
बिछाया गया ट्रैक, अंतिम चरण में कार्य
स्टेशन पर भी तकनीकी कमरे बनकर तैयार हैं। फर्श बिछाने सहित फिनिशिंग कार्य तेजी से हो रहे हैं। ऐसे उपकरण भी लगाए गए हैं जो वातावरण को अनुकूलित करते हैं। इसके अलावा, प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर्स (पीएसडी) लगाने की प्रक्रिया भी तेजी से चल रही है। स्टेशन पर होने वाली हर घटना पर नज़र रखने के लिए आसपास भी सीसीटीवी कैमरे जल्दी लगाए जाएंगे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में स्थित मेरठ में नमो भारत ट्रेन और मेट्रो के विकास कार्यों को देखा जा सकता है। नमो भारत ट्रेन जल्द ही मेरठ से दिल्ली को मिनटों में ले जाएगी, जबकि लोकल मेट्रो और नमो भारत ट्रेन मेरठ के विभिन्न क्षेत्रों में चलती हुई दिखाई देंगी। मेरठ के बेगम पुल पर सबसे बड़ा अंडरग्राउंड स्टेशन बनाया जा रहा है। बेगमपुल मेरठ का एकमात्र अंडरग्राउंड स्टेशन है. इससे यात्रियों को नमो भारत और मेरठ मेट्रो की सुविधा मिलेगी। इस स्टेशन पर दो ट्रेन के लिए दो ट्रैक बनाए गए हैं, जो अत्याधुनिक सिग्नलिंग सिस्टम से गुजरेंगे। यह देश में पहली बार होगा कि सेमी-हाई स्पीड नमो भारत और मेट्रो एक साथ चलेंगे। इस स्टेशन पर चार मंजिल हैं। प्लेटफॉर्म लेवल, मेजनाइन, कॉनकोर्स और ग्राउंड। कॉनकोर्स लेवेल में यात्री सुविधाएं उपलब्ध होंगी। यात्री सुरक्षा जांच पूरी होने पर एएफसी गेट से अंदर जा सकेंगे। प्लेटफार्म द्वीप जैसा है, जहां दोनों दिशा में ट्रेन मिलेगी। बेगमपुल स्टेशन लगभग 246 मीटर लंबा और लगभग 24.5 मीटर चौड़ा है। स्टेशन करीब 22 मीटर गहरा है। इस गहराई के बावजूद, यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए, प्रत्येक प्रवेश-निकास द्वार पर अलग-अलग स्थानों पर 20 एस्केलेटर्स (जिनमें से 13 लगाए गए हैं) लगाए गए हैं।