यूपी के इस जिले में बस अड्डे को लेकर 7 एकड़ ज़मीन सौंपी, जल्द शुरू होगा काम
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उत्तर प्रदेश में बस अड्डा निर्माण से शहर में अब यातायात की समस्या में काफी राहत मिल पाएगी तथा यात्रियों को बेहतर सुविधाओं की अनुभूति होगी. इस माध्यम से रोडवेज के बीच सहमति से अब परियोजना धरातल पर उतरने की योजना बनाई जा रही है.
अब जाम से मिलेगी मुक्ति
उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में बस अड्डे का निर्माण की योजना की बातचीत चल रही है जिसमें जमीन को लेकर पिछले कई सालों से यह पूरा मामला चल रहा है. जिसमें आखिरकार बुधवार के दिन जमीन का मामला दूर कर दिया गया है महापौर बिहारी लाल आर्य ने बताया है कि रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक संतोष कुमार को सहमति पत्र भेंट किया गया है अब रोडवेज अफसर का कहना है कि निविदा प्रक्रिया शुरू करने के बाद बस अड्डा का निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाएगा.
जिसमें मेडिकल रोड पर स्थित बस अड्डे को स्थानांतरित करने का पूरा मामला एक दशक से चल रहा है अब नया बस अड्डा कोछा भांवर में अब बनाया जाना सुनिश्चित किया गया है लेकिन इस दौरान जमीन के विवाद की वजह से अभी तक तय नहीं हो पाया है. इस मामले को हल करने के लिए जेडीए और नगर निगम विभाग लगातार सर्वे कर रही है इस मेडिकल रोड पर लगभग लगभग रोजाना जाम लगाते रहते हैं इस जाम की वजह से बस अड्डे को स्थानांतरित करने का मांग तीव्र गति से किया जा रहा है.
यात्रियों को मिलेगी सुविधा का भंडार डिजिटल बनेगा बस स्टैंड
जिले में नगर निगम प्रशासन इसके लिए गाटा संख्या 516 में सात एकड़ जमीन को चिन्हित किया है. अब नगर निगम सदन ने इस प्रक्रिया को भी मंजूरी दे दी है अब इसके बाद भूमि रोडवेज को देने का रास्ता साफ हो जाएगा मौजूदा समय में बस अड्डा नगर निगम की भूमि पर स्थापित है नगर निगम रोडवेज से₹25 प्रति बस के हिसाब से स्टैंड का किराया लिया जाता था इससे परिवार में विभाग हर महीने में 6 से 7 लख रुपए की धनराशि स्टैंड का किराया देना पड़ता था.
कोछाभांवर में प्रस्तावित यह बस स्टैंड डिजिटल और आधुनिक तरीके से निर्माण करवाया जाएगा. इस बस को नीचे संचालन करवाया जाएगा और ऊपर यात्रियों के लिए सुविधा के हिसाब से लॉज, रेस्टोरेंट, फास्ट फूड कॉर्नर, होटल, ढाबा उपलब्ध करवाया जाएगा इस निर्माण का मास्टर प्लान पीपीपी मॉडल के रूप में तैयार करवाया जाएगा इसमें लगभग लगभग 2 साल का समय निर्धारित किया गया है क्षेत्रीय प्रबंधक ने बताया है कि मुख्यालय स्तर पर टेंडर प्रक्रिया अपनाकर तीव्र गति से बस स्टैंड का निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाएगा.