यूपी के इन 8 जिलों के लिए मिलेगी सस्ती फ्लाइट सेवा, इन जिलों को मिलेगा फायदा
नवीनतम योजना विशेष रूप से उन क्षेत्रों में हवाई कनेक्टिविटी को सुधारने के लिए है, जहां एयरलाइन सेवाएं सीमित हैं। इस योजना के तहत 120 नए गंतव्यों को जोड़ा जाएगा
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को बजट 2025-26 में योजना के संशोधित संस्करण की घोषणा की। इस योजना का उद्देश्य 120 नए गंतव्यों के लिए क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ाना है और अगले 10 वर्षों में 4 करोड़ यात्रियों को सेवा प्रदान करना है।
घोषणा से करोड़ों नागरिकों को होगा फायदा
एयर कार्गो और बुनियादी ढांचे को बढ़ावा
यात्रियों की सेवाओं के अलावा सरकार एयर कार्गो संचालन को भी बढ़ावा देने की योजना बना रही है। उच्च मूल्य वाले बागवानी उत्पादों जैसे ताजे फल और सब्जियों के लिए भंडारण और बुनियादी ढांचे में सुधार किया जाएगा। इसके अलावा कस्टम प्रक्रिया और कार्गो स्क्रीनिंग को सरल और उपयोगकर्ता के अनुकूल बनाने का प्रस्ताव है ताकि व्यापारियों को सुगम अनुभव मिले। पलियाकलां में एयरपोर्ट विकसित होने पर लखीमपुर खीरी के अलावा शाहजहांपुर, मैलानी और खुटार को भी फायदा मिलेगा। नेपाल के नजदीकी जिलों के लोग भी फायदा ले सकेंगे। पलियाकलां में 1996 में हवाई पट्टी का निर्माण कराया गया था। पलियाकलां के पास ही दुधवा राष्ट्रीय उद्यान है, जहां पर्यटकों को लाने-ले जाने में आसानी होगी। इसके विस्तार के लिए जमीन खरीदने पर ही 275 करोड़ रुपये खर्च होंगे। अब तक 265 हेक्टेयर भूमि अधिगृहीत की जा चुकी है। चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से रीजनल कनेक्टिविटी उड़ान स्कीम के तहत नई सेवाएं शुरू की जाएंगी। इसके लिए अफसरों को रूट और व्यवहारिकता तय करने की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। फुर्सतगंज और पलिया एयरपोर्ट बनने का रास्ता भी साफ होता नजर आ रहा है। फुर्सतगंज एयरपोर्ट के विकास पर 12.30 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। फुर्सतगंज एयरपोर्ट से उड़ानें शुरू होने पर अमेठी के अलावा सुल्तानपुर, फतेहपुर, प्रतापगढ़ के लोगों को फायदा मिलेगा। नागरिक उड्डयन विभाग के अनुसार, एयरपोर्ट का काम पूरा हो चुका है। सेवाएं शुरू होनी बाकी हैं। दूसरी ओर लखीमपुर खीरी के पलियाकलां में अभी हवाईपट्टी है, जिसे एयरपोर्ट में बदलने की उम्मीद बढ़ी है। इस हवाई पट्टी से लखनऊ की एक नियमित उड़ान है।