यूपी में समय से पहले इस पुल का काम पूरा, जल्द शुरू होगा 40 से ज्यादे ट्रेनों का संचालन
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उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने रेलवे नेटवर्क के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. जिससे राज्य में परिवहन की सुविधा में सुधार हुआ है और देश के समग्र विकास में योगदान बढ़ा है.
स्टेशनों का आधुनिकीकरण, यात्रियों के लिए एक नई शुरुआत
उत्तर प्रदेश में 157 रेलवे स्टेशनों के विकास और आधुनिकीकरण की योजना है. जिसमें यात्री सुविधाओं में सुधार, प्लेटफॉर्म की क्षमता बढ़ाना और सुरक्षा उपायों को मजबूत करना शामिल है. इसके अलावा कुंभ मेले से जुड़े 40 से अधिक रेलवे परियोजनाओं पर भी काम चल रहा है. जिससे श्रद्धालुओं को बेहतर यात्रा अनुभव मिलेगा. योगी सरकार की पहल से उत्तर प्रदेश में रेलवे नेटवर्क का विकास तेज़ी से हो रहा है. जिससे राज्य की कनेक्टिविटी में सुधार हुआ है और देश के समग्र विकास में योगदान बढ़ा है. इन प्रयासों से न केवल यात्रियों को बेहतर सुविधा मिल रही है. बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिल रही है.
लखनऊ-उन्नाव-कानपुर होते हुए झांसी, ग्वालियर, नई दिल्ली, मुंबई जाने वाले यात्रियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था. उन्नाव-कानपुर के बीच स्थित गंगा रेलवे ब्रिज का मरम्मत कार्य हो रहा था. जिसके कारण 42 मेल, पैसेंजर, एक्सप्रेस गाड़ियों को या तो कैंसिल कर दिया गया था या फिर दूसरे रुट से चलाया जा रहा था. लेकिन उत्तर रेलवे ने बताया कि समय से पहले काम पूरा हो जाने के कारण ट्रेनों को 28 अप्रैल से शुरू किया जा रहा है. पहले 30 अप्रैल से शुरू करने की योजना थी. 11124 बरौनी ग्वालियर मेल 28 अप्रैल से अपने पुराने मार्ग पर चलेगी. इसके साथ ही 14101 प्रयागराज कानपुर और 14102 कानपुर प्रयागराज एक्सप्रेस 29 अप्रैल से अपने पुराने मार्ग पर चलाई जाएगी. 14217 प्रयागराज से चंडीगढ़ ऊंचाहार एक्सप्रेस 29 अप्रैल से और 14218 चंडीगढ़ से प्रयागराज ऊंचाहार एक्सप्रेस 28 अप्रैल से अपने पुराने मार्ग पर चलेगी. इसके साथ ही अन्य रद्द या मार्ग परिवर्तित की गई गाड़ियों को भी फिर से या तो पुनः शुरू किया गया है या फिर पुराने मार्ग से चलाने का निर्णय लिया गया है.
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प्रदेश में आधुनिकीकरण की दिशा में कदम
भारतीय रेलवे ने यात्रियों को बेहतर और आधुनिक सुविधाएं प्रदान करने के लिए रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. इन प्रयासों से न केवल यात्रा अनुभव में सुधार हो रहा है. बल्कि भारतीय रेलवे की छवि भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुदृढ़ हो रही है. 12209 कानपुर काठगोदाम गरीब रथ एक्सप्रेस से 29 अप्रैल से और 12210 काठगोदाम कानपुर गरीब रथ एक्सप्रेस 28 अप्रैल से पटरी पर आ रही है. 15083 छपरा फर्रुखाबाद 28 अप्रैल से और 15084 फर्रुखाबाद छपरा एक्सप्रेस 29 अप्रैल से शुरू हो रही है। 12104 लखनऊ पुणे एक्सप्रेस 30 अप्रैल से शुरू हो रही है. 64211 लखनऊ कानपुर मेमू 29 अप्रैल से शुरू हो रही है. उत्तर रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार 14123 से प्रतापगढ़ इंटरसिटी एक्सप्रेस, 14124 कानपुर प्रतापगढ़ इंटरसिटी एक्सप्रेस, 11109 झांसी लखनऊ इंटरसिटी और 11110 लखनऊ झांसी इंटरसिटी, 51813 झांसी

लखनऊ पैसेंजर, 51814 लखनऊ झांसी पैसेंजर, 54101 प्रयागराज अनवरगंज पैसेंजर, 54102 अनवरगंज प्रयागराज पैसेंजर को 29 अप्रैल से एक बार फिर चलाने की घोषणा की गई है. इसके अतिरिक्त 54153 रायबरेली कानपुर पैसेंजर को 30 अप्रैल से शुरू किया जा रहा है. 54154 कानपुर रायबरेली पैसेंजर, 54325 सीतापुर कानपुर पैसेंजर 29 अप्रैल से और 54326 कानपुर सीतापुर पैसेंजर 30 अप्रैल से पटरी पर आ रही है. 54335 बालामऊ कानपुर पैसेंजर 54336 कानपुर बालामऊ पैसेंजर 29 अप्रैल से पटरी पर आ रही है. जबकि 55345 लखनऊ कासगंज पैसेंजर 30 अप्रैल से फिर शुरू की जा रही है. 55346 कासगंज लखनऊ जंक्शन पैसेंजर 29 अप्रैल से, 64203 लखनऊ कानपुर मेमू ट्रेन 30 अप्रैल से, 64204 कानपुर लखनऊ मेमू 29 अप्रैल से संचालन शुरू हो रहा है.