जिया हो बिहार के लाल: 14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने एक ही मैच में तोड़ डाले 5 बड़े वर्ल्ड रिकॉर्ड

14 साल की उम्र में ज्यादातर बच्चे स्कूल, पढ़ाई और एग्जाम में व्यस्त होते हैं। लेकिन बिहार के लाल वैभव सूर्यवंशी ने कुछ ऐसा कर दिखाया है, जिसने पूरे क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया। साल 2025 के आईपीएल में इस नन्हे खिलाड़ी ने अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी से इतिहास रच दिया और कई बड़े-बड़े रिकॉर्ड्स को ध्वस्त कर दिया।
राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलते हुए वैभव सूर्यवंशी ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ ऐसी पारी खेली जिसे क्रिकेट प्रेमी लंबे समय तक याद रखेंगे। महज 14 साल की उम्र में वैभव ने एक पारी में 11 छक्के जड़ दिए और सिर्फ 35 गेंदों में अपना शतक पूरा कर लिया। यह किसी भी भारतीय बल्लेबाज द्वारा आईपीएल में बनाया गया अब तक का सबसे तेज शतक बन गया है। साथ ही यह आईपीएल के इतिहास में दूसरा सबसे तेज शतक भी रहा।
गुजरात टाइटंस ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 209 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया था। राजस्थान रॉयल्स के सामने 210 रन का कठिन लक्ष्य था और शुरुआत कुछ खास नहीं रही थी। लग रहा था कि मैच गुजरात की पकड़ में चला जाएगा। लेकिन तभी क्रीज पर आए वैभव सूर्यवंशी ने मुकाबले की तस्वीर ही बदल दी।
वैभव ने मैदान पर कदम रखते ही आक्रामक तेवर दिखाए। उन्होंने बड़े शॉट्स लगाने शुरू किए और गेंदबाजों के होश उड़ा दिए। खासतौर पर करीम जना जनाद और ईशांत शर्मा के ओवर में उन्होंने कहर बरपा दिया। करीम जना जनाद के एक ओवर में वैभव ने लगातार छक्के-चौकों की बारिश करते हुए कुल 30 रन बटोरे। वहीं ईशांत शर्मा के ओवर में भी उन्होंने 28 रन ठोक डाले।
राजस्थान रॉयल्स ने वैभव सूर्यवंशी की इस विस्फोटक पारी के दम पर लक्ष्य का पीछा करते हुए मुकाबला अपने नाम कर लिया। गुजरात टाइटंस के गेंदबाज पूरी तरह बेबस नजर आए। कोई भी गेंदबाज वैभव के सामने टिक नहीं सका।
वैभव सूर्यवंशी की इस शानदार पारी ने कई बड़े रिकॉर्ड भी तोड़ डाले। 14 साल की उम्र में आईपीएल में शतक जड़ना अपने आप में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। इसके अलावा सबसे तेज भारतीय शतक, एक पारी में सबसे ज्यादा छक्के, सबसे कम उम्र में शतक, और रन चेज में सबसे बड़ी व्यक्तिगत पारी जैसे कई रिकॉर्ड अब वैभव के नाम दर्ज हो गए हैं।
इतना ही नहीं, वैभव सूर्यवंशी की बल्लेबाजी ने यह भी साबित कर दिया कि उम्र महज एक संख्या है। अगर हुनर और जज्बा हो, तो कोई भी सपना साकार किया जा सकता है। उनकी बल्लेबाजी में ना तो डर था, ना संकोच। हर गेंद पर उनका आत्मविश्वास साफ झलक रहा था।
आज जहां दुनिया भर में टी-20 क्रिकेट में युवा खिलाड़ियों का बोलबाला है, वहीं 14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने जो कर दिखाया है, वह किसी चमत्कार से कम नहीं है। उनकी ये पारी आने वाले समय में आईपीएल और भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए एक नई उम्मीद बन गई है।
वैभव की इस ऐतिहासिक पारी ने उन्हें रातों-रात स्टार बना दिया है। सोशल मीडिया पर उनकी तारीफों के पुल बांधे जा रहे हैं। क्रिकेट के दिग्गज भी उनकी बल्लेबाजी की सराहना कर रहे हैं और उन्हें भारतीय क्रिकेट का अगला बड़ा सितारा बता रहे हैं।
जहां एक तरफ गुजरात टाइटंस के खिलाड़ी इस हार को भूलना चाहेंगे, वहीं राजस्थान रॉयल्स के फैंस और भारतीय क्रिकेट प्रेमी इस यादगार पारी को हमेशा याद रखेंगे। वैभव सूर्यवंशी ने यह साबित कर दिया है कि अगर जज्बा हो तो उम्र कभी भी सफलता के आड़े नहीं आती।
अब पूरी दुनिया की नजर इस नन्हे तूफान पर होगी कि वह आगे किस तरह का प्रदर्शन करते हैं। लेकिन एक बात तय है, वैभव सूर्यवंशी ने अपने पहले ही आईपीएल शतक से यह संदेश दे दिया है कि भविष्य में क्रिकेट के आसमान में उनका सितारा बेहद चमकने वाला है।