IPL 2025 के नए नियम: तंबाकू और शराब के विज्ञापनों पर सख्त बैन, जानें पूरी डिटेल!

आईपीएल 2025 का सीजन इस बार और भी ज्यादा रोमांचक होने वाला है, लेकिन मैदान में चौकों-छक्कों की धूम मचाने से पहले बीसीसीआई और आईपीएल मैनेजमेंट को कुछ सख्त नए नियमों का सामना करना पड़ेगा। ये नए नियम भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए हैं, जिनका उद्देश्य खेल को तंबाकू और शराब जैसी चीजों से दूर रखना है। इस बार आईपीएल 22 मार्च से शुरू होगा और 25 मई को इसका फाइनल मुकाबला खेला जाएगा। कुल 74 मैच होंगे, जिसमें से 70 लीग मैच होंगे और चार नॉकआउट (क्वालीफायर, एलिमिनेटर, और फाइनल) होंगे। लेकिन आइए जानते हैं कि आखिर ये नए नियम क्या हैं और क्यों ये सबको चौंका रहे हैं।
यह नियम सिर्फ सीधे विज्ञापनों पर ही नहीं, बल्कि सरोगेट एड्स पर भी लागू होंगे। सरोगेट एड्स का मतलब है जब गुटखा या शराब बनाने वाली कंपनियां अपने ब्रांड के नाम पर इलायची, पानी या सोडा जैसे प्रोडक्ट्स का प्रचार करती हैं। इस तरह के सभी प्रकार के विज्ञापनों को भी बैन कर दिया गया है।
सरकार का तर्क यह है कि जब बच्चे और युवा स्टेडियम में मैच देखने जाते हैं या टीवी पर मैच देखते हैं, तो उन्हें तंबाकू और शराब के विज्ञापनों से दूर रखा जाना चाहिए। आईपीएल को एक स्वस्थ और साफ-सुथरा इवेंट बनाने के लिए यह फैसला लिया गया है।
इसके अलावा, स्टेडियम परिसर में तंबाकू और शराब की बिक्री को भी पूरी तरह से बैन किया गया है। इसका मतलब है कि अब स्टेडियम में तंबाकू और शराब से जुड़े किसी भी प्रकार के प्रोडक्ट को बेचना पूरी तरह से मना होगा।
यह नियम सिर्फ विज्ञापनों पर ही नहीं, बल्कि स्पोर्ट्स फैसिलिटी में तंबाकू और शराब की उपलब्धता पर भी लागू होंगे। सरकार का यह कदम पूरी तरह से आईपीएल को साफ-सुथरा और युवाओं के लिए एक आदर्श उदाहरण बनाने के लिए है।
आईपीएल का मैनेजमेंट और बीसीसीआई भी इस बात को मानने के लिए तैयार हैं और उम्मीद की जा रही है कि इन नियमों का सख्ती से पालन किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय का यह कदम न केवल आईपीएल को स्वच्छ बनाने की दिशा में है, बल्कि यह क्रिकेट को और भी ज्यादा प्रेरणादायक बनाने की कोशिश है।
अब देखना यह होगा कि आईपीएल का मैनेजमेंट इन नियमों को कैसे लागू करता है और क्या इस बार का आईपीएल वाकई में एक साफ-सुथरा और प्रेरणादायक टूर्नामेंट साबित होता है।