अमेरिका ने तोड़ा भारत का 40 साल पुराना रिकॉर्ड, वनडे क्रिकेट में रचा नया इतिहास
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122 रनों का बचाव: अमेरिका का विश्व रिकॉर्ड
अमेरिका की क्रिकेट टीम ने क्रिकेट के इतिहास में नया मुकाम हासिल करते हुए 40 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। आईसीसी मेंस क्रिकेट वर्ल्ड कप लीग 2 में ओमान के खिलाफ खेले गए मैच में अमेरिका ने सिर्फ 122 रन के स्कोर का बचाव कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। वनडे क्रिकेट के इतिहास में यह सबसे कम स्कोर है जिसे किसी टीम ने डिफेंड किया है।
भारत का 40 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा
इससे पहले 1985 में भारतीय टीम ने पाकिस्तान के खिलाफ 125 रनों का बचाव किया था। उस मैच में भारत ने पाकिस्तान को 87 रनों पर ऑलआउट कर 38 रन से जीत हासिल की थी। लेकिन अब अमेरिका की टीम ने इस रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 122 रनों का सफलतापूर्वक बचाव कर ओमान को 57 रनों से हराया।

स्पिन गेंदबाजों का दबदबा
अमेरिका ने इस मुकाबले में तेज गेंदबाजों का बिल्कुल भी इस्तेमाल नहीं किया। यह पिच स्पिनर्स के लिए अनुकूल थी, और टीम के स्पिन गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया:
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नॉस्टस: 11 रन देकर 5 विकेट
मिलिन कुमार: 17 रन देकर 2 विकेट
यासिर मोहम्मद: 10 रन देकर 2 विकेट
ओमान की टीम केवल 65 रनों पर सिमट गई, जो उनका वनडे में अब तक का सबसे कम स्कोर है।
यूएसए के बल्लेबाजों का योगदान
अमेरिका की ओर से सबसे ज्यादा रन मिलिन कुमार ने बनाए, जिन्होंने 47 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली। हालांकि बाकी बल्लेबाज ज्यादा योगदान नहीं दे सके, लेकिन टीम ने 123 रन बनाए और ओमान के खिलाफ यह स्कोर काफी साबित हुआ।
कप्तान मोनार्क पटेल की रणनीति
यूएसए के कप्तान मोनार्क पटेल ने शानदार रणनीति अपनाते हुए पिच की स्थिति को समझा और अपने चार स्पिन गेंदबाजों का बेहतरीन उपयोग किया। तेज गेंदबाजों को इस्तेमाल न करना उनकी सबसे बड़ी रणनीतिक जीत साबित हुई।
वनडे क्रिकेट का ऐतिहासिक पल
यह रिकॉर्ड वनडे क्रिकेट के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। अमेरिका की टीम का यह प्रदर्शन यह दर्शाता है कि वह अब बड़ी-बड़ी टीमों को चुनौती देने की काबिलियत रखती है।
आने वाले समय में अमेरिका की चुनौतियां
अमेरिका की टीम का यह प्रदर्शन उनके क्रिकेट के विकास के लिए प्रेरणादायक है। देखना दिलचस्प होगा कि वे आने वाले मुकाबलों में और कितने रिकॉर्ड अपने नाम करते हैं। क्रिकेट की दुनिया में उनका यह योगदान निश्चित रूप से इतिहास के पन्नों में दर्ज हो चुका है।