उत्तर प्रदेश में बड़ा प्रशासनिक बदलाव: 37 नायब तहसीलदार बने तहसीलदार, 8 सचिवालय अधिकारियों को मिला प्रमोशन
37 नायब तहसीलदार बने तहसीलदार, 8 अधिकारियों को प्रमोशन
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उत्तर प्रदेश में प्रशासनिक बदलाव हुआ है। मंगलवार को 37 नायब तहसीलदारों को प्रमोट कर तहसीलदार बना दिया गया। यह आदेश अपर भूमि व्यवस्था आयुक्त अरविंद सिंह ने जारी किए हैं। इसके साथ ही राजस्व परिषद ने प्रमोशन की आधिकारिक सूची भी प्रकाशित की है। इससे पहले सरकार ने 63 तहसीलदारों को प्रमोट करके उप जिलाधिकारी बना दिया था। अब तहसील स्तर पर कामकाजी दक्षता बढ़ाने के लिए नायब तहसीलदारों को प्रमोट करके नई जिम्मेदारियां दी गई हैं।
किसे मिला प्रमोशन?
इस लिस्ट में कई अनुभवी और वरिष्ठ अधिकारियों के नाम शामिल हैं। प्रमोशन पाने वालों में ऋतुराज शुक्ला, अजय कुमार, सम्पूर्ण कुलश्रेष्ठ, सुनील कुमार सिंह, विश्वदीपक त्रिपाठी, आशुतोष पांडेय, अलख शुक्ला, पूजा चौधरी, प्रकाश सिंह यादव, बृजेश कुमार, संध्या यादव, वीरेन्द्र प्रताप, अनुराग, चन्द्रगुप्त सागर, प्रशांत अवस्थी, ऋषि कुमार मिश्रा, अमित त्रिपाठी, रवीन्द्र विक्रम और सुशील कुमार भारती जैसे नाम शामिल हैं।
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इसके अलावा अन्य अधिकारियों में रोशन सोलंकी, कुमकुम मिश्रा, ललिता देवी, शैल कुमारी, दिलीप कुमार, जितेन्द्र सिंह, उमेश चन्द्र यादव, सत्येन्द्र कुमार मौर्य, हेमन्त कुमार, सत्य प्रकाश गुप्ता, दीपेन्द्र कुमार, विनोद कुमार, सरिता, अभिजीत गौरव, संजय कुमार, सचिन पंवार, हेमराज सिंह और मीना गौड़ को भी तहसीलदार के पद पर प्रमोशन दिया गया है।
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सचिवालय सेवा में भी प्रमोशन
सिर्फ तहसील स्तर पर नहीं, बल्कि सचिवालय में कार्यरत आठ वरिष्ठ अधिकारियों को भी प्रमोशन मिला है। संसदीय कार्य विभाग में कार्यरत शिवाजी सिंह को संयुक्त सचिव से विशेष सचिव बना दिया गया है। गृह विभाग के आशुतोष चंद्र पांडेय और नमामि गंगे विभाग के महेंद्र कुमार त्रिपाठी को उप सचिव से संयुक्त सचिव बना दिया गया है।
इसके अलावा लेखा विभाग के उप सचिव राजेश कुमार पांडेय और असलम खान को भी संयुक्त सचिव के पद पर प्रमोशन मिला है। डॉ. उमेश चंद्र वर्मा , केबीएल श्रीवास्तव और विनय कुमार पाठक को अनुसचिव से उप सचिव बना दिया गया है।