सोशल मीडिया पर वायरल होने की सनक! बिना हैंडल पकड़े बाइक चलाने का वीडियो बना खतरा, गोंडा पुलिस ने शुरू की जांच

बिना हैंडल बाइक स्टंट का वीडियो वायरल, गोंडा पुलिस जांच में जुटी

सोशल मीडिया पर वायरल होने की सनक! बिना हैंडल पकड़े बाइक चलाने का वीडियो बना खतरा, गोंडा पुलिस ने शुरू की जांच
बिना हैंडल बाइक स्टंट का वीडियो वायरल, गोंडा पुलिस जांच में जुटी

आजकल सोशल मीडिया पर तरह-तरह के वीडियो वायरल हो रहे हैं। कोई ट्रेंड के पीछे भागते हुए अजीबोगरीब हरकतें करता है, तो कोई अश्लीलता दिखाकर खुद को फेमस करने की कोशिश करता है। कुछ लोग ऐसे भी हैं जो वीडियो में गालियों का इस्तेमाल कर या दूसरों को नीचा दिखाकर फॉलोअर्स बटोरने में लगे हैं। आज की सोशल मीडिया की दुनिया में कई लोगों के लिए यह सोच बन चुकी है कि आपके कितने लाइक्स और फॉलोअर्स हैं, यही आपकी असली पहचान है। आपकी पढ़ाई-लिखाई या असल जीवन में क्या काबिलियत है, ये कोई नहीं पूछता।

बिना हैंडल पकड़े बाइक चलाने का वीडियो वायरल


ऐसा ही एक और वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसमें एक व्यक्ति बिना हैंडल पकड़े बाइक चलाते हुए नजर आ रहा है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि युवक बाइक की सीट पर दोनों हाथ पीछे कर कुर्सी की तरह आराम से बैठा है, जैसे कोई बेहद आसान सा काम कर रहा हो। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले का है।

पुलिस ने शुरू की जांच


वीडियो वायरल होने के बाद गोंडा पुलिस ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है। अब देखना यह होगा कि यह युवक कब तक पुलिस की पकड़ में आता है।

खुद की ही नहीं, दूसरों की जान भी जोखिम में

गौरतलब है कि यह व्यक्ति न सिर्फ अपने जीवन के साथ बल्कि दूसरों की जिंदगी के साथ भी खिलवाड़ कर रहा था। सोचिए, अगर स्टंटबाजी के दौरान कोई अनहोनी हो जाती, तो कितनों की जान खतरे में पड़ सकती थी। सड़क पर स्टंटबाजी महज मजाक नहीं, यह कई बार जानलेवा साबित होती है। हर साल ऐसे ही स्टंट या लापरवाही के चलते न जाने कितने लोग अपनी जान गंवा बैठते हैं।

हर साल लाखों लोग सड़क हादसों का शिकार


भारत में हर साल सड़क हादसों में लाखों लोगों की मौत होती है। वर्ष 2022 में देशभर में सड़क दुर्घटनाओं में करीब 1.68 लाख (1,68,491) लोगों की मौत हुई थी। 2021 में यह आंकड़ा लगभग 1.55 लाख (1,55,622) था। 2020 में कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन के चलते सड़क हादसों में कुछ कमी जरूर आई थी, लेकिन फिर भी 1.31 लाख (1,31,714) लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। वहीं 2019 में सड़क दुर्घटनाओं में 1.54 लाख लोगों की मौत हुई थी।

आंकड़ों पर नजर डालें तो साफ है कि भारत में औसतन हर साल 1.5 से 1.7 लाख लोग सड़क हादसों में अपनी जान गंवाते हैं। इसका मतलब है कि हर दिन करीब 460 से 470 लोग, यानी हर घंटे लगभग 19 से 20 लोग सड़क हादसों में मारे जाते हैं।

हादसों के पीछे ये हैं बड़े कारण

इन हादसों के पीछे तेज रफ्तार, शराब पीकर वाहन चलाना, ट्रैफिक नियमों की अनदेखी, खराब सड़कों की स्थिति, लापरवाही से गाड़ी चलाना और हेलमेट या सीट बेल्ट न पहनना जैसे कई बड़े कारण हैं।

समझदारी और नियम पालन ही बचाव का रास्ता

विशेषज्ञों का मानना है कि अगर लोग ट्रैफिक नियमों का सख्ती से पालन करें, सड़क सुरक्षा उपायों को बढ़ावा दिया जाए और समाज में जागरूकता फैलाई जाए, तो इन हादसों में बड़ी कमी लाई जा सकती है। सोशल मीडिया पर सस्ती लोकप्रियता के लिए स्टंटबाजी करना न सिर्फ गैरकानूनी है, बल्कि आपकी और दूसरों की जिंदगी से खिलवाड़ भी है। जरूरत इस बात की है कि युवा वर्ग समझदारी दिखाए और सोशल मीडिया के ट्रेंड के पीछे अपनी जान जोखिम में न डाले।

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