UP में मानसून की तेज बारिश, 20 जिलों में भारी वर्षा का अलर्ट, लखनऊ और वाराणसी में जलभराव
यूपी में तेज बारिश का अलर्ट, 20 जिलों में भारी वर्षा, लखनऊ-वाराणसी जलभराव
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यूपी में मानसून के फिर से सक्रिय होने के बाद तेज बारिश हो रही है, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली है। मंगलवार को मौसम विभाग ने प्रदेश के दक्षिणी हिस्से समेत कुल 20 जिलों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। विभाग के मुताबिक, दक्षिणी यूपी में मानसून की सक्रियता के कारण भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 6-7 दिन तक देश के कई हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है। खासकर हिमाचल, उत्तराखंड, यूपी, पंजाब, हरियाणा, और राजस्थान में तेज बारिश का अनुमान है।
प्रयागराज, सोनभद्र, चित्रकूट, बांदा, कौशांबी, मिर्जापुर, महोबा, ललितपुर, झांसी और आसपास के इलाकों में बहुत भारी बारिश हो सकती है। वहीं लखीमपुर खीरी, सहारनपुर, बिजनौर, रामपुर, बरेली, हमीरपुर, जालौन, पीलीभीत, बहराइच, श्रावस्ती, संत रवि दास नगर, चंदौली और फतेहपुर में भारी बारिश का अनुमान है। इसके अलावा मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, जौनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, आगरा, इटावा, औरैया, बिजनौर, हमीरपुर, महोबा, ललितपुर, झांसी, रायबरेली समेत कई जिलों में बिजली गिरने का भी खतरा है। पिछले 24 घंटों में लखीमपुर, वाराबंकी, वाराणसी और अन्य जिलों में तेज बारिश हो चुकी है।
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लखीमपुर और वाराणसी में भारी वर्षा
लखीमपुर में पिछले 24 घंटों में 212 मिमी और बाराबंकी में 165 मिमी बारिश हुई। वहीं, वाराणसी में सोमवार को 86.8 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई, जो इस सीजन की सबसे अधिक बारिश थी। करीब 32 साल पहले 27 जून 1993 को 92.4 मिमी बारिश हुई थी।
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राजधानी लखनऊ में भी मंगलवार को हुई बारिश ने प्रशासन और नगर निगम की तैयारियों की पोल खोल दी। कुछ घंटों की बारिश ने कई इलाकों को जलमग्न कर दिया। सड़कों के धंसने, पेड़ों के गिरने और घरों में पानी भरने की घटनाओं ने शहर का हाल बेहाल कर दिया। सबसे गंभीर स्थिति जनेश्वर मिश्र पार्क के पास देखी गई, जहां रेलवे लाइन के नीचे बने अंडरपास में इतना पानी भर गया कि चार घंटे तक वाहनों की आवाजाही रुक गई और जाम की स्थिति बन गई। इससे स्थानीय लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
वाराणसी में जून में 39% अधिक बारिश
वाराणसी में इस बार जून में औसत से 39% अधिक बारिश हुई। सोमवार को ही 86.8 मिमी बारिश हुई, जबकि जून में औसतन 103.4 मिमी बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन इस बार 143.9 मिमी बारिश हुई। यह पिछले साल जून में हुई 48.8 मिमी बारिश से तीन गुना अधिक है। वर्तमान में मानसून द्रोणिका कानपुर, वाराणसी, और दीघा से गुजर रही है, और बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र भी बन चुका है। इसके कारण बारिश के और भी आसार हैं। मंगलवार दोपहर को लंका, सुंदरपुर, ककरमत्ता और महमूरगंज में करीब आधे घंटे की तेज बारिश हुई। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आने वाले दिनों में बारिश की संभावना बनी रहेगी, और गरज-चमक के साथ मध्यम से भारी बारिश हो सकती है।
आगरा में अगले पांच दिनों तक बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार, ताजनगरी आगरा में अगले पांच दिनों तक बारिश होने का अनुमान है। इस दौरान बिजली चमकने, तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। सोमवार को दिनभर बारिश के बाद तापमान में बड़ी गिरावट आई। सोमवार दोपहर तक 63 मिमी बारिश हुई, और रात से मंगलवार तड़के तक 39 मिमी और बारिश रिकॉर्ड की गई, यानी पिछले 24 घंटों में कुल 102 मिमी बारिश हुई। हालांकि, मंगलवार को दिनभर तेज धूप और उमस का सामना करना पड़ा।
मौसम विभाग ने मंगलवार को भी भारी बारिश की संभावना जताई थी। सुबह से दोपहर तक बारिश की उम्मीद थी, लेकिन फिर बारिश नहीं हुई। दोपहर में तेज धूप के बाद गर्मी और उमस ने परेशानी बढ़ा दी। हालांकि, देर शाम तक बादल छाए रहे, लेकिन बारिश नहीं हुई।
रात में फिर हुई बारिश
दिनभर बादल रहने के बाद, रात 9 बजे 15 मिनट की तेज बारिश हुई, जिससे एमजी रोड पर चल रहे लोग भीग गए। अधिकतम तापमान 32.3 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि न्यूनतम तापमान 25.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से 2.9 डिग्री कम था। आर्द्रता का प्रतिशत 95% दर्ज किया गया।