अयोध्या से वाराणसी समेत इन 11 नए रूट पर चलेंगी बस, देखें सभी रूट की लिस्ट

उत्तर प्रदेश: उत्तर भारत और नेपाल के मध्य यातायात में नई सुविधा मिलने वाली है. उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) ने भारत-नेपाल के मध्य लोगों की आवाजाही को सरल और सुगम बनाने के लिए मैत्री बस सेवा की शुरुआत की योजना को अंतिम रूप दे दिया है. इस योजना के अंतर्गत कुल 11 मार्गों पर जल्द ही बस सेवाएं शुरू की जाएंगी, जिससे न केवल यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलेगी, बल्कि दोनों देशों के मध्य सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक रिश्ते भी और अधिक मजबूत होंगे.
यह बस सेवा गोरखपुर, वाराणसी, अयोध्या, लखनऊ, प्रयागराज और दिल्ली जैसे प्रमुख शहरों को नेपाल की राजधानी काठमांडू, पोखरा और नेपालगंज जैसे पर्यटन स्थलों से जोड़ेगी. उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग की इस पहल के लिए वर्ष 2025 की शुरुआत में ही तैयारियां शुरू कर दी गई थीं. परिवहन निगम ने गोरखपुर, अयोध्या, लखनऊ, वाराणसी और दिल्ली के क्षेत्रीय कार्यालयों से प्रस्ताव मंगवाए थे. सभी प्रस्तावों की बारीकी से समीक्षा और विश्लेषण के बाद उपयुक्त रूटों का चयन किया गया. इसके उपरांत नेपाल की अधिकृत समितियों और परिवहन से जुड़े संगठनों के साथ कई दौर की बातचीत के बाद आपसी सहमति से समझौता किया गया. इस समझौते के तहत बस संचालन की प्रणाली को भी स्पष्ट रूप से निर्धारित किया गया है.
किन रूटों पर चलेगी सेवा?
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- गोरखपुर – सोनौली – काठमांडू
- दिल्ली – गोरखपुर – काठमांडू
- दिल्ली – गोरखपुर – पोखरा
- वाराणसी – गोरखपुर – सोनौली – काठमांडू
- अयोध्या – गोरखपुर – सोनौली – काठमांडू
- अयोध्या – नेपालगंज
- अयोध्या – वाराणसी – नेपालगंज
- अयोध्या – प्रयागराज – नेपालगंज
- दिल्ली – रुपईडीहा – नेपालगंज
- दिल्ली – महेन्द्रनगर
- लखनऊ – रुपईडीहा – नेपालगंज
भारत-नेपाल मैत्री बस सेवा के अंतर्गत तीन श्रेणियों की बसें चलाई जाएंगी:- 52 सीटर साधारण बसें, वातानुकूलित (AC) बसें, और हाई-एंड लग्जरी कोच. यात्रियों को यह सुविधा रहेगी कि वे अपनी आवश्यकता और बजट के अनुसार बस का टिकट बुक कर सकते हैं. खास बात यह है कि यह सेवा बारी-बारी से दोनों देशों की बसों के माध्यम से संचालित होगी. जैसे कि एक दिन नेपाल की बस चलेगी और अगले दिन भारत की. अगर किसी कारणवश एक पक्ष की बस नहीं चल पाती, तो निर्धारित समय के अनुसार अगली सेवा जारी रहेगी. बसों का संचालन अधिकतम 10 साल तक किया जा सकेगा, हालांकि समझौता 5 वर्षों के लिए किया गया है, जिसे आवश्यकतानुसार बढ़ाया भी जा सकता है.
जहाँ तक किराये की बात है, परिवहन निगम ने यह स्पष्ट किया है कि भारत में लागू किराया दरें ही इस अंतरराष्ट्रीय सेवा में भी लागू होंगी. वर्तमान में यूपीएसआरटीसी की साधारण बसों का किराया 1.30 रुपये प्रति किलोमीटर, AC टू बाई टू बसों के लिए 1.60 रुपये प्रति किलोमीटर, और AC टू बाई थ्री बसों के लिए 1.45 रुपये प्रति किलोमीटर निश्चित है. विशेषज्ञों का मानना है कि काठमांडू, पोखरा और नेपालगंज जैसे गंतव्य से यात्रियों को सबसे ज्यादा राहत मिलेगी जो अभी तक निजी वाहनों या महंगी टैक्सियों पर निर्भर थे.