बिहार के इन रूटो पर यात्रियों को मिलेगा लाभ, आज से चली यह नईं ट्रेन

बिहार: रेलवे द्वारा यात्रियों की यात्रा को और सुविधाजनक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है. 25 अप्रैल 2025 से अमहा पिपरा-सहरसा (सुपौल के रास्ते) और सहरसा-समस्तीपुर (अलौली और बिथान के रास्ते) के मध्य 2 पैसेंजर ट्रेनों का नियमित परिचालन शुरू किया जाएगा. इस संबंध में जानकारी मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चन्द्र ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी है.
इन ट्रेनों का संचालन किस प्रकार किया जाएगा और उनके रूट व समय सारिणी कैसी रहेगी?
ट्रेन संख्या:- 75249 - अमहा पिपरा से सहरसा पैसेंजर ट्रेन:
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यह नई शुरू की गई पैसेंजर ट्रेन प्रतिदिन सुबह ठीक 6:00 बजे अमहा पिपरा स्टेशन से अपनी यात्रा शुरू करेगी. इसके बाद यह सुपौल स्टेशन पर लगभग 6:50 बजे पहुंचेगी. सुपौल के बाद यह गढ़बरूआरी स्टेशन पर 7:30 बजे रुकेगी. कई छोटे-बड़े स्टेशनों पर ठहराव करते हुए यह ट्रेन अंततः सुबह 8:50 बजे सहरसा रेलवे स्टेशन पर पहुंचेगी. इससे स्थानीय यात्रियों को आने-जाने में बड़ी राहत मिलेगी.
ट्रेन संख्या:- 75250 - सहरसा से अमहा पिपरा पैसेंजर ट्रेन:

वहीं, वापसी की यात्रा के लिए यह ट्रेन सहरसा स्टेशन से दोपहर 2:05 बजे प्रस्थान करेगी. रास्ते में गढ़बरूआरी स्टेशन पर 3:10 बजे और सुपौल स्टेशन पर 3:45 बजे रुकेगी. यात्रियों को इन स्टेशनों से बैठने और उतरने की सुविधा दी जाएगी. शाम 5:00 बजे यह ट्रेन अमहा पिपरा स्टेशन पर अपनी यात्रा समाप्त करेगी.
ट्रेन संख्या:- 75251 - सहरसा से समस्तीपुर पैसेंजर ट्रेन (बिथान, अलौली के रास्ते):
सहरसा से समस्तीपुर के बीच चलने वाली इस पैसेंजर ट्रेन की शुरुआत भी 25 अप्रैल से हो रही है. यह ट्रेन सुबह 8:55 बजे सहरसा स्टेशन से रवाना होगी. खगड़िया, अलौली, हसनपुर रोड और बिथान जैसे अहम स्टेशनों पर रुकते हुए यह ट्रेन विभिन्न यात्रियों की आवाजाही को सरल बनाएगी. ट्रेन अपने गंतव्य समस्तीपुर स्टेशन पर रात 9:45 बजे पहुंचेगी.
ट्रेन संख्या:- 75252 - समस्तीपुर से सहरसा पैसेंजर ट्रेन:
समस्तीपुर से सहरसा के लिए वापसी की ट्रेन तड़के सुबह 4:00 बजे रवाना होगी. रास्ते में रुसेराघाट, बिथान, हसनपुर रोड, अलौली, खगड़िया जैसे महत्वपूर्ण स्टेशनों पर रुकते हुए यह ट्रेन दोपहर 2:00 बजे सहरसा स्टेशन पहुंचेगी. इससे सुबह यात्रा करने वाले यात्रियों को विशेष लाभ मिलेगा.
रेल प्रशासन का कहना है कि इन ट्रेनों की शुरुआत से स्थानीय लोगों की यात्रा में सुविधा बढ़ेगी और आसपास के क्षेत्र के विकास को भी गति मिलेगी. खासतौर पर छोटे स्टेशनों से रोजाना यात्रा करने वाले यात्रियों को अब बेहतर विकल्प उपलब्ध हो सकेगा.