बस्ती का ये मंदिर करता है सबकी मन्नतें पूरी, दूर दराज से आते हैं श्रद्धालु, हफ्ते में इस दिन होती है भारी भीड़
![बस्ती का ये मंदिर करता है सबकी मन्नतें पूरी, दूर दराज से आते हैं श्रद्धालु, हफ्ते में इस दिन होती है भारी भीड़](https://bhartiyabasti.com/media-webp/2024-05/बस्ती-का-ये-मंदिर-करता-है-सबकी-मन्नतें-पूरी-(1).jpg)
![](https://bhartiyabasti.com/media-webp/350/2024-06/bhartiya-basti-(1).jpg)
उत्तर प्रदेश में स्थित बस्ती जिला राजस्थानी लखनऊ से 200 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, बस्ती जिले को हम वशिष्ठ नगर के रूप में भी जानते हैं. बस्ती कुआनो नदी के किनारे स्थित है, गोरखपुर और अयोध्या के बीचो-बीच में यह जिला पड़ता है. ऋषि वशिष्ठ के नाम पर इस भूमि का नाम वशिष्ठ नगर रखा गया था परंतु इस समय यह जिला बस्ती के नाम से प्रसिद्ध है. बस्ती में घूमने के लिए बहुत सी जगह आए हैं जैसे की
भदेश्वर नाथ मंदिर भगवान शिव का मंदिर है, यहां हर दिन भगवान शिव की पूजा करने के लिए आते हैं. श्रद्धालु यहां भगवान शिव के शिवलिंग की दर्शन करने के लिए आते हैं. सोमवार, महाशिवरात्रि, नागपंचमी, 16 सोमवार और भगवान शिव से जुड़े पर्व पर भदेश्वर नाथ मंदिर में बहुत भीड़ रहती है. भदेश्वर नाथ मंदिर की स्थापना की बात कर तो कहा जाता है कि रावण ने यहां भगवान शिव के शिवलिंग को स्थापित कर उनका पूजा किया था और कुछ लोग क्या कहते हैं कि यहां पर पांडव पुत्रों द्वारा अपने अज्ञातवास में भगवान शिव की पूजा अर्चना की गई थी.
भदेश्वर नाथ मंदिर बस्ती जिले से करीब 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित डारीडीहा गांव में है, यहां पर महाशिवरात्रि के दिन भव्य मेला लगता है. मंदिर के पास ही कुआनो नदी भी है और हनुमान जी की मूर्ति ही स्थापित है. भगवान शिव और उनके धर्म पत्नी माता पार्वती के यहां पूजा की जाती है. भक्तिजन यहां रोज भगवान शिव के दर्शन करने के लिए आते हैं और यह जगह बहुत ही खूबसूरत है.
बस्ती में स्थित यहां पार्क पूरे बस्ती में बहुत प्रसिद्ध है, कटेश्वर पार्क बस्ती के बस स्टैंड के कुछ ही दूर पर है. यहां की एंट्री फीस ₹10 है, यहां पर पिकनिक मनाने के लिए लोग अक्सर आते हैं. कटेश्वर पार्क में झूले, एरोप्लेन राइड, बाइक राइड, बोट राइड, रेल राइट और छोटा सा स्विमिंग पूल भी है, झूले को छोड़कर के बाकी चीजों का चार्ज वहां लिया जाता है जैसे की स्विमिंग पूल, रेल राइट, बोट राइड. कटेश्वर पार्क बच्चों में काफी प्रसिद्ध है यहां पर रविवार को अधिक भीड़ देखी जाती है. कटेश्वर पार्क के अंदर एक छोटा सा कैंटीन भी है जहां से खाने-पीने के बहुत सारे सामान मिल जाते हैं.
* पक्षी विहार :-
पक्षी विहार चांदो झील के किनारे स्थित है, यह झील काफी बड़ा है और पक्षी विहार में आपको सुंदर गार्डन भी देखने को मिलेगा. यहां पर कई तरह की पक्षी देखने को मिलेंगे, यह काफी सुंदर जगह है. देशी-विदेशी सभी तरीके की पक्षी यहां नज़र आएंगे, यहां पर स्थित गार्डन काफी खूबसूरत है. पक्षी विहार को शहिद राजा उदय प्रताप नारायण पक्षी विहार के नाम से बस्ती जिले में जाना जाता है, यह अपने में ही एक खूबसूरत जगह है जहां पर तरह-तरह के पक्षियों देखने को मिलते हैं.
* चंगेरवा पार्क :-
चंगेरवा पार्क बस्ती का सबसे बड़ा पार्क है, यह कुआनो नदी के पास स्थित है. चंगेरवा पार्क को राजकीय उद्यान के नाम से भी जाना जाता है, यहां पर पार्क काफी खूबसूरत है और यहां हर तरफ पेड़ पौधे लगे हुए हैं. चंगेरवा पार्क में एक नहर है जो की बहुत खूबसूरत है, यह नहर चंगेरवा पार्क के चारों तरफ है. इस पार्क में वैसे तो कोई झील नहीं है लेकिन यहां लोग अक्सर अपना समय व्यतीत करने आते हैं और कुछ परिवार यहां पर पिकनिक मनाने भी आते हैं. यहां पर बहुत सारे पेड़ पौधे हैं सुंदर-सुंदर फूल भी हैं क्योंकि देखने में बहुत ही खूबसूरत लगते हैं.
* बैड़वा समय माता मंदिर :-
बैड़वा समय माता मंदिर बस्ती शहर का सबसे प्रसिद्ध मंदिर है, यह मंदिर बस्ती जिले के जोगिया भानपुर गांव में स्थित है. यहां पर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है और यहां की मान्यता यह है कि यहां पर जो भी मन्नत मांगता है, उसकी मनोकामना अवश्य पूरी होती है इसलिए यहां पर बहुत सारे लोग अपनी इच्छा व्यक्त करने के लिए आते हैं. बैड़वा समय माता मंदिर में बहुत सारे हाथी घोड़े देखने को मिलते हैं और यहां बहुत सारे भगवान भी स्थापित है जैसे की भगवान शिव, श्री राम, माता सीता और लक्ष्मण, हनुमान जी के दर्शन करने के लिए भी मिलते हैं, यह मंदिर काफी खूबसूरत है.
* रामरेखा मंदिर :-
रामरेखा मंदिर बस्ती जिले के अमरोहा खास में स्थित है, रामरेखा नाम से ही पता चलता है कि यह प्रभु श्री राम के नाम पर बनी हुई मंदिर है. यहां पर भगवान श्री राम की पूजा होती है और उनकी मूर्ति स्थापित है. रामरेखा मंदिर के पास रूपरेखा नदी बहती है, मंदिर में भगवान श्री राम के दर्शन कर लेने के बाद लोग रूपरेखा नदी में स्नान करते हैं. यहां की मान्यता यह है कि भगवान श्री राम इस स्थान पर कुछ देर के लिए विश्राम करने हेतु रुके थे और उसके बाद वहां से चले गए थे, इसीलिए यहां पर भगवान श्री राम का मंदिर बनाया गया है और जिस रास्ते से वह आगे बढ़े थे उस रास्ते को राम जानकी मार्ग के रूप में जाना जाता है. रामरेखा मंदिर बस्ती का एक खूबसूरत मंदिर है.