Basti News: कलवारी के शशिकांत ने रूस में रहकर पास की डॉक्टरी, लोगों ने गांव में किया स्वागत
कलवारी क्षेत्र के भंगुरा ग्राम निवासी शशिकान्त पाण्डेय ने रूस में रहकर एमबीबीएस की परीक्षा उत्तीर्ण की है. भारत आने के बाद एमसीआई की एग्जिट टेस्ट पास करने के बाद दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में पहली नियुक्ति हुई है. पढाई पूरी करने के बाद पहली बार बस्ती में आने पर परिवार के साथ गांव के लोगों ने रेलवे स्टेशन पर माला पहना कर स्वागत किया. पंख ही काफी नहीं है आसमानों के लिए, हौसला भी चाहिए ऊँची उड़ानों के लिए उपरोक्त पंक्तियां भंगुरा ग्राम निवासी शशिकान्त पाण्डेय पर सटीक बैठती है. माझा क्षेत्र एवं किसान परिवार में जन्मे शशिकान्त अपने जुनून को कम नहीं होने दिया.
30 वर्षीय शशिकान्त पाण्डेय पुत्र स्व राम दयाल पाण्डेय का बचपन से ही डॉक्टर बनने का सपना रहा है. डाक्टर बनकर क्षेत्र एवं परिवार का नाम बढ़ाया है. शशिकान्त एक सामान्य किसान परिवार के रहने वाले हैं. इनके पिता शिक्षक थे तथा माता ग्रहणी है. शशिकान्त ने इसका श्रेय अपने बड़े भाई शिवाकांत पाण्डेय, माता-पिता व गुरुजनों को दिया है. शशिकान्त ने प्रारम्भिक शिक्षा सरस्वती विद्या मंदिर गायघाट तथा हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा महाराजा इन्टर कालेज से उत्तीर्ण की है.
भाजपा किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष दिलीप पाण्डेय ने कहाँ विपरीत परिस्थितियों में सफलता हासिल करना बड़ी बात होती है. शशिकान्त के इस सफलता से हम सभी अभिभूत है.
शशिकान्त ने कहा कि संकल्प हो तो सिद्धि मिलती है. शशिकान्त के आगमन पर लोगों ने मिठाई खिला व फूल माला लादकर बधाई दी हैं.
इस दौरान किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष दिलीप पाण्डेय, शिवाकांत पाण्डेय, प्रमोद ओझा, नीरज त्रिपाठी, शिवकुमार, राम हरीश, बब्बन पाण्डेय, सहित काफी लोग मौजूद रहे.