यूपी में ई-रिक्शा चालक से रिश्वत लेते हुए ट्रैफिक पुलिस का वीडियो वायरल

भ्रष्टाचार आज हमारे देश की सबसे गंभीर समस्याओं में से एक बन चुका है. यह समस्या केवल सरकारी तंत्र तक सीमित नहीं है. बल्कि यह सामाजिक ढांचे में गहराई से समाई हुई है. हर आम नागरिक, चाहे वह गाँव में हो या शहर में. किसी न किसी रूप में इस कड़वे अनुभव से गुजरता है.
रिश्वत और भ्रष्टाचार से पीड़ित भारतीय जनता, एक चिंतन
सरकारी दफ्तरों में काम करवाने के लिए सिफारिश और पैसे की जरूरत आज एक आम बात हो गई है. नौकरी लाइसेंस, टेंडर, और यहां तक कि शिक्षा के क्षेत्र में भी भ्रष्टाचार ने जड़ें जमा ली हैं. ऐसे में आम आदमी की आवाज़ दब जाती है और उसका भरोसा लोकतांत्रिक व्यवस्था से उठने लगता है. भ्रष्टाचार का अंत केवल कानूनी उपायों से नहीं हो सकता. इसके लिए समाज में नैतिक जागरूकता और जिम्मेदार नागरिकता का होना भी जरूरी है. जब हर नागरिक यह ठान ले कि वह न रिश्वत देगा. न लेगा तभी एक ईमानदार और न्यायपूर्ण भारत की कल्पना साकार हो सकेगी.

बुलंदशहर जिले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में एक ई रिक्शा चालक से ट्रैफिक पुलिस का दरोगा रिश्वत लेते नजर आ रहा है. वीडियो में साफ दिख रहा है कि ट्रैफिक पुलिस के दरोगा ने ई-रिक्शा चालक को रोककर उससे रिश्वत मांगी तो ई-रिक्शा चालक ने दरोगा को 450 रुपये की रिश्वत दी. ई-रिक्शा में सवार एक यात्री ने रिश्वतखोरी का वीडियो रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया है. इसके बाद से यह वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. एसएसपी ने दरोगा नरेन्द्र कुमार और कांस्टेबल विक्रम राठी को निलंबित कर दिया है.
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जनता की भूमिका और जागरूकता
भ्रष्टाचार एक गंभीर समस्या है. जो देश की प्रगति में बाधक है. कानूनी सुधारों और जनता की सक्रिय भागीदारी से ही इस पर प्रभावी नियंत्रण पाया जा सकता है. यह आवश्यक है कि हम सभी मिलकर इस समस्या का समाधान खोजें और एक पारदर्शी और उत्तरदायी शासन व्यवस्था की ओर कदम बढ़ाएं. भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में जनता की जागरूकता और सक्रिय भागीदारी अत्यंत महत्वपूर्ण है. सूचना का अधिकार जैसे उपकरणों का उपयोग करके नागरिक सरकारी कार्यों में पारदर्शिता सुनिश्चित कर सकते हैं.
इसके अलावा भ्रष्टाचार के मामलों की रिपोर्टिंग और कानूनी प्रक्रियाओं में भागीदारी से भी प्रभावी बदलाव संभव है. समाचार पत्र वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है. वायरल वीडियो नगर बुलंदशहर के कालाआम चौराहे का बताया जा रहा है. इस वायरल वीडियो में रिश्वत लेने के आरोपी दरोगा द्वारा ई-रिक्शा चालक से लाइसेंस बनवा लेने के लिए कहा जा रहा है. उधर, लोगों का कहना है कि ट्रैफिक पुलिस द्वारा चेकिंग की आड़ में वाहन चालकों का उत्पीड़न किया जा रहा है. इस मामले में एसएसपी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी दरोगा और कांस्टेबल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.