यूपी के इन दो रूटों पे दौड़ेगी वंदे भारत मेट्रो, देश के इन 124 शहरों को जोड़ेगी वंदे मेट्रो
Vande Metro
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वंदे मेट्रो ट्रेनें अन्य स्थानीय मेट्रो ट्रेनों से बेहतर और आरामदायक होने की उम्मीद है। इनमें उच्च-स्तरीय विशेषताएं होंगी और यात्रियों के लिए बैठने और खड़े होने के लिए विशेष सुविधाएं होंगी। इसके साथ ही, यह मेट्रो 130 किमी/घंटा तक की गति तक चलने की क्षमता रखेगी। प्रत्येक ट्रेन में वातानुकूलित कोच, स्वचालित दरवाजे, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट और सॉफ्ट लाइटिंग की सुविधा उपलब्ध होगी, सुरक्षा के लिए भी कई उपाय लिए जा रहे हैं।
आपको हम यह भी बता दें कि वंदे मेट्रो के द्वारा 124 शहरों को मिलने की योजना बन रही है। इसके अंतर्गत, लखनऊ-कानपुर, आगरा-मथुरा, दिल्ली-रेवाड़ी, भुवनेश्वर-बालासोर और तिरुपति-चेन्नई जैसे रूट्स सम्मिलित हैं। इसके अतिरिक्त, बिहार के भागलपुर से पश्चिम बंगाल के हावड़ा तक भी वंदे मेट्रो ट्रेनें चलाने की योजना है। भारतीय रेलवे की तरफ से 700 से 1000 किलोमीटर तक की लंबी यात्राओं के लिए वंदे स्लीपर ट्रेनें भी लाने की बात चल रही है।
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वागार्थ सांकृत्यायन
संपादक, भारतीय बस्ती
वागार्थ सांकृत्यायन एक प्रतिबद्ध और जमीनी सरोकारों से जुड़े पत्रकार हैं, जो पिछले कई वर्षों से पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। भारतीय बस्ती के संपादक के रूप में वे खबरों को सिर्फ़ घटनाओं की सूचना तक सीमित नहीं रखते, बल्कि उनके सामाजिक और मानवीय पक्ष को भी उजागर करते हैं।
उन्होंने भारतीय बस्ती को एक मिशन के रूप में विकसित किया है—जिसका उद्देश्य है गांव, कस्बे और छोटे शहरों की अनसुनी आवाज़ों को मुख्यधारा की मीडिया तक पहुंचाना। उत्तर प्रदेश की राजनीति, समाज और संस्कृति पर उनकी विशेष पकड़ है, जो खबरों को गहराई और विश्वसनीयता प्रदान करती है