UPSRTC चलाएगा ऐसी स्लीपर बसे, 60 मिनी बसे और 80 बड़े बस होंगे शामिल, जाने बसों का रूट

UPSRTC Sleeper Bus

UPSRTC चलाएगा ऐसी स्लीपर बसे, 60 मिनी बसे और 80 बड़े बस होंगे शामिल, जाने बसों का रूट
UPSRTC Sleeper Bus

उत्तर प्रदेश में सहारनपुर परिवहन निगम ने सरकार को 150 बसों का प्रस्ताव भिजवाया है, जिसके द्वारा यात्रा कर रहे यात्रियों को सफर के दौरान मुश्किलों का सामना न करना पड़ेगा इसीलिए 150 बसों की मांग की गई है। इस प्रस्ताव में 10 एसी स्लीपर बसें, 60 मिनी बसें, और 80 बड़ी बसें सम्मिलित की गई हैं। यह पहली बार है कि रोडवेज के बेड़े में एसी स्लीपर और मिनी बसें सम्मिलित की जाएंगी। एसी स्लीपर बसों में लग्जरी सीटें होंगी, जैसे कि लग्जरी बसों में होती हैं।

सहारनपुर परिवहन निगम रीजन में सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, छुटमलपुर, गंगोह, शामली, और खतौली तक यात्रा की सुविधा प्रदान करता है। इस क्षेत्र में 566 बसें परिवहन निगम की ओर से चलाई जाती हैं, और 149 अनुबंधित बसें भी हैं। सहारनपुर डिपो में 223 बसें हैं, मुजफ्फरनगर डिपो में 211, खतौली डिपो में 118, छुटमलपुर डिपो में 100, शामली डिपो में 39, और गंगोह डिपो में 24 बसें हैं।

रोडवेज बसों के संबंध में क्षेत्रीय प्रबंधक परिवहन निगम योगेंद्र प्रताप सिंह ने इस विषय पर कहा कि "परिवहन निगम मुख्यालय से श्रेणीवार बसों की सूची मांगी गई है, जिसमें उन्होंने 150 बसों की जानकारी देकर मुख्यालय को भेज दिया है। अभी के समय चल रही बसों से अधिक सुविधा इन नए एसी बसों में उपलब्ध होगी, जिसके कारण यात्रियों को किसी भी तरीके का कोई भी दिक्कत नहीं होगा इसके अलावा यात्रा आरामदायक भी रहेगी। मुख्यालय से आने वाली बसों का परिचालन अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर किया जाएगा, सरकार से मांगी गई 60 छोटी बसों की सूची में सम्मिलित की गई है।"

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आपको यह भी बता दे कि 10 एसी स्लीपर बसों को लंबे रूट पर चलाया जाएगा, जिससे यात्री अब आरामदायक सफर का आनंद ले सकेंगे। इन बसों का मार्ग सहारनपुर से सीधे खाटू श्याम, चंडीगढ़, लखनऊ, गोरखपुर, और बहराइच तक होगा। इस सुधार के बाद, यात्रियों को यातायात के लिए अधिक सुविधा मिलेगी। इसके साथ ही, यह भी जानकारी दी गई है कि इन नई एसी स्लीपर बसों के किराए में किसी भी तरह की बढ़ोतरी नहीं की जाएगी। यह एक अच्छी खबर है जो यात्रियों के लिए एक सुविधाजनक और अच्छा कदम साबित हो सकता है। इससे यात्री अब और भी आराम से और बिना किसी चिंता के अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे।

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वागार्थ सांकृत्यायन
संपादक, भारतीय बस्ती

वागार्थ सांकृत्यायन एक प्रतिबद्ध और जमीनी सरोकारों से जुड़े पत्रकार हैं, जो पिछले कई वर्षों से पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। भारतीय बस्ती के संपादक के रूप में वे खबरों को सिर्फ़ घटनाओं की सूचना तक सीमित नहीं रखते, बल्कि उनके सामाजिक और मानवीय पक्ष को भी उजागर करते हैं।

उन्होंने भारतीय बस्ती को एक मिशन के रूप में विकसित किया है—जिसका उद्देश्य है गांव, कस्बे और छोटे शहरों की अनसुनी आवाज़ों को मुख्यधारा की मीडिया तक पहुंचाना। उत्तर प्रदेश की राजनीति, समाज और संस्कृति पर उनकी विशेष पकड़ है, जो खबरों को गहराई और विश्वसनीयता प्रदान करती है