UPSRTC: यह 44 काम अब होंगे ऑनलाइन, यात्रियों की मिलेगा लाभ

उत्तर प्रदेश के परिवहन विभाग ने अपने नागरिकों को बड़ा तोहफा दिया है. अब यूपी में रहने वाले लोग घर बैठे बिना कार्यालयों के चक्कर लगाए महज 30 रुपए में कई महत्वपूर्ण सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं. यूपी सरकार ने 44 प्रमुख परिवहन सेवाओं को ऑनलाइन कर दिया है. जिससे लोगों को समय और मेहनत दोनों की बचत होगी।
यूपी परिवहन विभाग की 44 सेवाएं हुईं ऑनलाइन
ये सेवाएं अब डिजिटली उपलब्ध होंगी और नागरिकों को कोई भी कार्य करने के लिए सिर्फ इंटरनेट की जरूरत पड़ेगी. अब कोई भी व्यक्ति ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन ऑनलाइन कर सकता है. इसमें ड्राइविंग टेस्ट दस्तावेजों की अपलोडिंग और भुगतान सभी प्रक्रियाएं घर बैठे पूरी की जा सकती हैं. अब ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने, वाहन ट्रांसफर कराने या डीएल रिन्यूअल कराने जैसी सेवाओं के लिए आपको आरटीओ कार्यालय के चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा. इसके साथ ही ना ही आरटीओ के दलालों के चक्कर में फंसना पड़ेगा. इससे आपके हजारों रुपए बर्बाद होने से आसानी से बच जाएंगे.
यूपी सरकार ने आम लोगों को राहत देते हुए एक नई सुविधा शुरू की है. इसके तहत अब राज्य के किसी भी कॉमन सर्विस सेंटर से मात्र 30 रुपये का चार्ज देकर आरटीओ की 44 ऑनलाइन सेवाओं का लाभ लिया जा सकता है. वाहन के ट्रांसफर के लिए भी अब नागरिकों को आरटीओ कार्यालय जाने की जरूरत नहीं होगी. वे ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और ट्रांसफर प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं. एआरटीओ प्रशासन आलोक सिंह के अनुसार पहले लोग जानकारी के अभाव में दलालों से संपर्क कर लेते थे, जो सरकारी फीस से कई गुना ज्यादा रकम वसूलते थे, लेकिन अब यह सब खत्म हो जाएगा. अब हर व्यक्ति अपने घर के पास बने किसी भी कॉमन सर्विस सेंटर पर जाकर आसानी से आवेदन कर सकेगा.
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यूपी सरकार का यह कदम क्यों है महत्वपूर्ण
वाहन परमिट के लिए आवेदन करना और फिटनेस प्रमाणपत्र प्राप्त करना अब एक आसान और तेज़ प्रक्रिया बन गई है. अब आप घर बैठे ही अपने वाहन का टैक्स ऑनलाइन जमा कर सकते हैं. जिससे लंबी कतारों और कार्यालयों के चक्कर लगाने की आवश्यकता नहीं रहती. कई अन्य सेवाएं जैसे वाहन निरीक्षण, प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र और अन्य जरूरी प्रमाणपत्र भी ऑनलाइन प्राप्त किए जा सकते हैं. इन सेवाओं के लिए अलग से स्कैनिंग के 3 रुपये और फोटो कॉपी के 2 रुपये देने होंगे.आवेदन से लेकर फीस भरने तक की सारी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी. एक बार सेवा के लिए 30 रुपये यूजर चार्ज देने के बाद केवल सरकारी फीस ही देनी होगी. पेमेंट के लिए एसबीआई का गेटवे इस्तेमाल किया जाएगा और हर जानकारी सीधे आवेदक के मोबाइल नंबर पर भेजी जाएगी. राज्य के करीब 1.5 लाख कॉमन सर्विस सेंटर्स को परिवहन विभाग के दो पोर्टल सारथी और वाहन से जोड़ा गया है.
इससे लोगों को आरटीओ ऑफिस के बाहर मौजूद दलालों के झांसे में फंसने की जरूरत नहीं होगी. यदि आपका रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट या ड्राइविंग लाइसेंस खो गया है. तो आप इसकी डुप्लिकेट कॉपी ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं. यह सेवा भी अब ऑनलाइन उपलब्ध है. जिससे यातायात नियमों का पालन और निरीक्षण करना और अधिक सुविधाजनक हो गया है. कॉमन सर्विस सेंटर से आवेदन करने पर काम तय समय में पूरा होगा और दस्तावेज सीधे घर के पते पर डाक से भेजे जाएंगे. इससे लोगों को बार-बार दफ्तर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी और समय व पैसे दोनों की बचत होगी. सरकार की यह पहल न सिर्फ लोगों को सुविधा देगी, बल्कि भ्रष्टाचार को भी काफी हद तक रोकने में मदद करेगी. अब परिवहन विभाग की सेवाएं हर आम नागरिक की पहुंच में होंगी. साथ ही वह भी बिना किसी परेशानी के लोगों को लाभ मिलेगा.