UPSRTC: यूपी में इस रूट पर चलेंगी 30 से ज्यादे वॉल्वों बस, यात्रियों को मिलेगी राहत
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यात्रियों को मिलेगा आरामदायक अनुभव
राज्य परिवहन विभाग की ओर से यह निर्णय लिया गया है कि गाजियाबाद और पूर्वांचल के प्रमुख शहरों के बीच वॉल्वो बसों का संचालन किया जाएगा। इन बसों में अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी, जिससे यात्रियों को यात्रा के दौरान आराम और सुविधा का अनुभव मिलेगा। वॉल्वो बसों में एयर कंडीशनिंग, वाई.फाई, आरामदायक सीट्स, और अन्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी, जो लंबी दूरी की यात्रा को आरामदायक बनाएंगी। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम गाजियाबाद से प्रदेश के दूसरे शहरों के लिए एसी बसें चलाएगा। इसके लिए शासन स्तर से विशेष रूप से आदेश जारी हुए हैं। पूरे प्रदेश में 500 से अधिक वॉल्वो बसें अलग-अलग रीजन को आवंटित की गई हैं। जिसमें गाजियाबाद को 30 वॉल्वो बसें मिली हैं। ये बसें किन रूटों पर चलेंगी इसके लिए एक महीने में सर्वे करके मुख्यालय को रिपोर्ट पेश की जानी है। हालांकि पिछले साल भी 250 बसों का प्रस्ताव अलग-अलग श्रेणियों में मुख्यालय को भेजा गया था, लेकिन इनमें अब तक केवल 78 बसें ही गाजियाबाद रीजन को मिली हैं। अभी भी 172 बसें आनी बाकी हैं। अधिकारियों का कहना है कि जिस तरह की एसी बसें मंगवाई जा रही हैं वह काफी अत्याधुनिक हैं। इनकी सीट काफी कंफर्टेबल है। साथ ही इनमें हर सीट पर एलईटीवी, शौचालय , पैनिक बटन जैसी तमाम सुविधाएं होंगी। हर बस 45 सीटर होगी। अधिकारियेां का कहना है कि इन वॉल्वो बसों को लंबी रूट पर ही चलाने की प्लानिंग है। जिस तरह से प्रदूषण के कारण सीएक्यूएम की तरफ से लगातार प्रदूषण करने वाली बसों के खिलाफ प्रतिबंध लगाया जा रहा है उसे देखते हुए गाजियाबाद रीजन को वर्तमान समय में सीएनजी बसों की सबसे अधिक जरूरत है, लेकिन अभी तक एक भी सीएनजी बसें नहीं आई हैं। केवल ऑर्डिनरी बसें ही आई हैं। कुल 80 सीएनजी बसों की मांग की गई थी।
वॉल्वो बसों की शुरुआत, गाजियाबाद से पूर्वांचल के रूट पर चलेंगी
गाजियाबाद से पूर्वांचल के विभिन्न प्रमुख शहरों, जैसे वाराणसी, गोरखपुर, इलाहाबाद, आज़मगढ़, और कुशीनगर के लिए इन वॉल्वो बसों का संचालन किया जाएगा। इन रूटों पर पहले से ही परिवहन की व्यवस्था मौजूद थी, लेकिन यह वॉल्वो बसें यात्रियों को अधिक सुविधा और तेज़ यात्रा प्रदान करेंगी। परिवहन विभाग के अधिकारियों का मानना है कि गाजियाबाद से पूर्वांचल के कुछ रूटों पर जिसमें कुशीनगर, देवरिया, सनौली और बस्ती वाले इलाके हैं, इन रूटों पर बसों की संख्या तो अधिक है लेकिन यहां के लिए एसी बसें चलती ही नहीं हैं। जो बसें चलती भी हैं, उनकी संख्या मुश्किल से दो या तीन है। ऐसे में गर्मियों में लोगों को चलने में काफी परेशानी होती है। जबकि कौशांबी डिपो से तीज त्येाहर हो या फिर सहालग का समय अधिकतर लोग ऐसी बसों से जाना ही पसंद करते हैं यदि उन्हें ट्रेन नहीं मिलती है तो। गाजियाबाद से पूर्वांचल के प्रमुख शहरों को जोड़ने वाली यह बस सेवा न केवल यात्रियों के लिए समय की बचत करेगी, बल्कि इससे दोनों क्षेत्रों के बीच व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंध भी मजबूत होंगे। वॉल्वो बसें विशेष रूप से लंबी दूरी की यात्रा के लिए डिज़ाइन की गई हैंए जिसमें यात्रियों को आरामदायक सीटें, एयर कंडीशनिंग, हाई.स्पीड इंटरनेट और अन्य सुविधाएं मिलेंगी। इस प्रकार की सुविधाओं से यात्रियों का सफर कम थकाऊ और अधिक आरामदायक बनेगा। खासतौर पर व्यापारिक यात्रियों और परिवारों के लिए यह सेवा बेहद लाभकारी होगी जो अधिक आरामदायक और सुविधाजनक यात्रा चाहते हैं।
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ये की गई थी मांग
हाई एंड वॉल्वों बसें - 40
एसी स्लीपर - 20
एसी मिड सेगमेंट - 10
ऑर्डिनरी बसें- 80
ऑर्डिनरी 40 सीटर वाली बसें- 20
सीएनजी- 80