यूपी को मिला एक और हाईवे, इन जिलो को होगा फायदा
यूपी को एक और हाईवे की सौगात मिली है। यह प्रदेश के 22 जिलों से होकर गुजरेगा। यह छह लेन का ग्रीनफील्ड हाईवे होगा। यह जिस क्षेत्र से निकलेगा वहां जमीनों के दाम काफी बढ़ने की संभावना रहेगी।
इन जिलों से होकर गुजरेगा छह लेन का ग्रीनफील्ड हाईवे
एनएचएआई मुख्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली की आईसीटी फर्म इस हाईवे के लिए सीमांकन के साथ ही लागत का आकलन भी करेगी। डीपीआर बनने के बाद निर्माण के लिए टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे। निर्माण के लिए चयनित फर्मों को तीन साल के भीतर परियोजना को पूरा करना होगा। यह काम कंसल्टेंट की संस्तुति के आधार पर कई पैकेज में कराया जाएगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने गोरखपुर-शामली हाईवे को हरियाणा के पानीपत से जोड़ने का निर्णय लिया गया है। इस परियोजना की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के लिए दिल्ली की एक फर्म को सलाहकार के रूप में चुना गया है। जमीन का सीमांकन भी यही फर्म करेगी। यह हाईवे छह लेन वाला प्रवेश नियंत्रित ग्रीनफील्ड मार्ग होगा। हरियाणा का यह औद्योगिक शहर यूपी के कई अपेक्षाकृत पिछड़े माने वाले शहरों से सीधा जुड़ जाएगा। यहां बता दें कि पानीपत टेक्सटाइल उद्योग का हब माना जाता है। वहां तक प्रवेश नियंत्रित हाईवे बनने से यूपी के इन जिलों को भी कारोबार के लिहाज से फायदा होगा। एनएचएआई के उच्चपदस्थ अधिकारियों के मुताबिकए प्रारंभ में इस हाईवे को गोरखपुर से शामली तक बनाने की योजना बनाई गई थी, लेकिन अब इसे पानीपत तक ले जाया जाएगा। इससे लंबाई में करीब 53 किमी की वृद्धि होगी। गोरखपुर से शुरू होकर महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, और श्रावस्ती के रास्ते बहराइच तक पहुंचेगा। इस हाईवे की कुल लंबाई लगभग 700 किमी होगी और यह उत्तर प्रदेश के 15 जिलों से होकर गुजरेगा। हाईवे इसके बाद यह लखनऊ और सीतापुर के उत्तरी क्षेत्रों से होकर लखीमपुर जिले के मध्य से गुजरेगा। आगे पीलीभीत होते हुए यह बरेली और मुरादाबाद के उत्तरी हिस्सों से होकर जाएगा।
गांवो में जमीनों के रेट छूएंगे आसमान
पिछले कुछ साल में सरकार ने सड़कों के निर्माण में काफी तेजी से काम किया है, जिससे देश के सड़क ढांचे में सुधार हुआ है। बड़े शहरों के साथ छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों की कनेक्टिविटी में काफी सुधरी है। केंद्र सरकार राज्य सरकारों के सहयोग से देश में खास हाईवे का निर्माण करवा रही है। इनका फायदा लाखों लोगों को मिलेगा। नए हाईवे बनने से न केवल लोगों को रोजगार मिलेगा, बल्कि जमीनों के दाम भी आसमान को छुएंगे। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया के अनुसार शुरुआत में इस हाईवे को गोरखपुर से शामली तक बनाने की योजना बनाई गई थी। अब इसे पानीपत तक ले जाया जायेगा। इससे इसकी लंबाई 53 किलोमीटर बढ़ जाएगी। इस हाईवे के बनने से हरयाणा और उत्तर प्रदेश के व्यापार में काफी बढ़ोतरी होने वाली है। ये नेशनल हाईवे बनने के बाद लोगों का सफर आसान तो होगा ही, साथ ही जमीन की कीमतें भी बढ़ जाएंगी। इलाकों में जमीन की कीमतों में भी इजाफा हो सकता है, जिससे जमींदारों को काफी फायदा होगा। जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार से मंजूरी मिलने के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण एनएचएआई अब इस परियोजना से संबंधित विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेगा। रिपोर्ट की मंजूरी के बाद टेंडर जारी किए जाएंगे और हाईवे निर्माण प्रक्रिया की शुरुआत होगी।