यूपी: पुलिस कर्मियों ने व्यापारियों से किया दुर्व्यवहार, 11 सिपाही सस्पेंड
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यूपी में आम नागरिकों के साथ पुलिस द्वारा कथित अत्याचारों की मामला सामने आ रहा है जिसमें विभिन्न घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है. कई मामलों में दलित और सामाजिक रूप से कमजोर वर्ग के ऊपर पुलिस अधिकारियों की मनमानी अब बेहद परेशान कर दिया है.
पुलिसकर्मियों ने व्यापारियों को लूटा, लगा अरोप
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में अलीगढ़ का निवासी पशु व्यापारी से लूट करने वाले 11 पुलिसकर्मियों को तत्काल सस्पेंड कर दिया गया है. पुलिसकर्मियों ने दिन शनिवार को बर्रा हाईवे पर अलीगढ़ निवासी पशु व्यापारी से मारपीट का भी मामला सामने आ चुका है जिसमें बताया जा रहा है की ₹500 नहीं देने पर व्यापारी की आंख पर पुलिसकर्मियों द्वारा डंडे से प्रहार किया गया है फिर गाड़ी से खींचकर मौजूदा जगह पर जमकर पीट दिया गया है गाड़ी में रखकर ₹10000 भी इन पुलिसकर्मियों ने लूट लिया है. बताया जा रहा है कि यह सभी सिपाही पीआरवी पुलिस रिस्पांस व्हीकल में तैनात है एडीसीपी साउथ की जांच में सभी दोषी के रूप में मिल चुके हैं रिपोर्ट के अनुसार देखा जा रहा है.

कि सभी को सस्पेंड करने का निर्णय ले लिया गया है. अलीगढ़ निवासी पशु व्यापारी मोहम्मद उजैर बताया जा रहा है जो दिन शनिवार को सरसौल से मवेशियों को खरीद कर रामादेवी भौती हाईवे से गुजर रहा था लक्ष्मण उर्फ लकी पिकअप चल रहा था आरोप लगाया गया है कि हाईवे पर बर्रा कट फ्लाईओवर पर चकेरी की पीआरवी 7058 के सिपाहियों ने गाड़ी को रोक लिया. इस दौरान हनुमत विहार थाने की पीआरवी 6504 और 7055 भी आ गई अब तीनों पीआरवी के पुलिसकर्मियों ने धमकी दे दिया कहां गाड़ी लेकर जाना है तो प्रति पुलिसकर्मी को ₹500 - ₹500 देना पड़ेगा. इस पूरे मामले के दौरान व्यापारी ने पैसे देने से फौरन मना कर दिया तो सिपाहियों ने मोहम्मद उजैर और लक्ष्मण को बड़ी बेरहमी से बाहर खींच लिया. पैसे ना देने के मामले को लेकर डंडे और लात घुसो से जमकर सभी सिपाहियों ने जमकर कूटा.
जानिए घटना की क्या है सच्चाई, जमीनी हकीकत
चालक की आंख में डंडे से प्रहार कर दिया जिससे गंभीर चोट आ चुकी है इसके बाद गाड़ी में रखें तमाम पैसे को लूट लिया गया है और पुलिस ने पिकअप को जप्त कर लिया है पीड़ित पर पशु क्रूरता का मुकदमा दर्ज कर दिया गया है. इस दौरान घायल व्यापारियों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है अब इस वीडियो के माध्यम से पुलिस कमिश्नर के संज्ञान डाल दिया गया है डीसीपी साउथ दीपेंद्र नाथ चौधरी ने मामले की जांच एडीसीपी साउथ योगेश कुमार और डायल 112 प्रभारी को सौंप दिया गया है. जांच में सामने आया है कि पशु व्यापारी की कार को ओवरटेक कर सबसे पहले रोकने वाली पीआरवी 7058 चकेरी थाने की थी जिसे कांस्टेबल अतुल सचान चल रहा था.
इस गाड़ी में हेड कांस्टेबल ऋषि राजन और कांस्टेबल हरिओम सिंह तथा रिंकी रानी बैठी थी. फिर उसके बाद हनुमत थाना की दो और पीआरवी पहुंची. इस दौरान हनुमत विहार की पीआरवी 7055 में दो हेड कांस्टेबल अजय कुमार यादव और आनंद कुमार कांस्टेबल उमाशंकर दीक्षित भी थे इसी थाने की दूसरी पीआरवी 6504 में चालक हेड कांस्टेबल प्रदीप कुमार और अमीर हसन कांस्टेबल सोनू यादव तथा आराधना थी. जांच में पुष्टि के दौरान बताया गया है की चाकरी तथा हनुमत विहार की पीआरवी ने बिना किसी घटना के अपना एरिया को छोड़ा हुआ था उनकी लोकेशन हाईवे पर ही मिली है इन लोगों ने व्यापारी से रुपए लूटे या नहीं इसकी जांच तीव्र गति से की जा रही है.