उत्तर प्रदेश में परिवहन विभाग ने अब किया बड़ा ऐलान, पहली बार रचा इतिहास
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अब प्रदेश में परिवहन विभाग ने महत्वपूर्ण फैसला लिया है. अब राज्य में आर्थिक स्थिति में सुधार किसी संभावना की जा चुकी है. लेकिन अब परिवहन विभाग अपने कार्यप्रणाली में सुधार लाने और मजबूती की दिशा में लगातार सक्रिय दिखाई पड़ रहा है.
परिवहन टीम ने किया बंपर इजाफा
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने विभागीय स्तर पर साल 2025 और 26 में पहली बार दैमासिक अवधि अप्रैल और मई माह में शानदार उपलब्धियां दर्ज कर लिया है विभागीय स्तर से अब हर क्षेत्र में जबरदस्त प्रगति दिखाई पड़ रही है. अब इस दौरान राजस्व, इ-मोबिलिटी, वाहन पंजीकरण तथा प्रशासनिक सुधार में मोर्चे पर प्रगति साफ तौर से नजर आ रही है लेकिन अब इससे स्पष्ट हो रहा है कि राज्य सरकार योगी आदित्यनाथ की नीतियां पारदर्शिता तथा ई गवर्नेंस के कई अथक प्रयासों से असर दिखाई दे रहा है.
इसी बीच विभाग ने इस अवधि में कुल 2083.63 करोड रुपए का राजस्व अर्जित कर चुका है लेकिन वही पिछले साल के रिकॉर्डिंग 13.11% से ज्यादा देखा गया है अब केवल मई माह ही 1040.48 करोड़ रुपए का राजस्व बटोरा गया है लेकिन बीते साल में भी माह की तुलना में 14.1 2% वृद्धि पाई गई है. लेकिन इसी बीच वाहन पंजीकरण के मामले को लेकर बड़ा उछाल दर्ज किया गया है. मई माह 2025 में 3,62,134 गैर परिवहन वाहन पंजीकृत किए गए हैं जिसमें पिछले साल की मुकाबले में करीब करीब 25% की वृद्धि हुई है. मिली जानकारी के अनुसार ड्राइविंग लाइसेंस फीस के माध्यम से अब 29.49 करोड रुपए का इजाफा हुआ है जिसमें 90% से ज्यादा टैक्स और ऑनलाइन शुल्क जमा किया जा चुका है.
आर्थिक स्थिति में सुधार की उम्मीद
मिली जानकारी के अनुसार बताया गया है की खास का दो पहिया वाहनों की संख्या अब 26.93 प्रतिशत से ज्यादा रही है. लेकिन अब इसका उद्देश्य की प्रदेश में निजी वाहन में तेजी से इजाफा मिल पा रहा है. इसी बीच परिवहन के पंजीकरण में भी 9.5% की तेजी से वृद्धि दर्ज की जा चुकी है. अब खासकर ई- कार्ट तमाम शहरी लॉजिस्टिक के वाहनों की संख्या 65% बढ़ चुकी है जो प्रदेश में डिजिटल डिलीवरी सेवाओं के बढ़ते प्रभाव को प्रदर्शिता के साथ दिखता है.
इस दौरान एक बड़ी उपलब्धि के साथ इलेक्ट्रॉनिक वाहनों के इलाकों में देखने को मिल पा रही है इसमें अवधि में 50,626 इलेक्ट्रॉनिक वाहन पंजीकृत किया जा चुके हैं. जिसमें अब ई रिक्शा, थ्री व्हीलर, दो पहिया वाहन शामिल किया गया है. लेकिन अब अकेले 2 महीने में ही 3664 इलेक्ट्रिक कारों पंजीकरण किया जा चुका है. जो अब साफ तौर से संकेत दे रहा है कि अब प्रदेश में ई-मोबिलिटी को अब लेकर लोगों का रुझान बढ़ चुका है. मई माह 2025 तक अब प्रदेश में कुल ऑन रोड वाहनों की संख्या 5 करोड़ तक पर हो चुकी है जिसमें मार्च माह 2025 में अब यह आंकड़ा 4.93 करोड़ पहुंच चुका है लेकिन केवल 2 महीने के भीतर ही 7 लाख से अब ज्यादा नए वाहन सड़कों पर उतारे जा चुके हैं.