यूपी के बस्ती में शो पीस बन गए हैं ट्रैफिक सिग्नल! धूम धड़ाके से हुई थी शुरुआत, अब जाम झेल रहा शहर
बस्ती नगर पालिका क्षेत्र में आज बाजारों में जाम की स्थिति बनी रही। जिससे लोग परेशान नजर आए। सोमवार की सुबह से शाम तक शहर में आवश्यकता की चीजें लेने वाले और पैदल निकलने वाले लोग जाम से परेशान नजर आए। वहीं, पार्किंग स्थल का इंतजाम न होने से बेतरतीब वाहनों के खड़े होने के कारण जाम लगा रहा। वहीं बस्ती जिले के गांधी नगर पुलिस बूथ पर देर शाम को लगभग तीन किलोमीटर लंबा जाम बाजार में लगा रहा।
मंडल मुख्यालय पर गांधीनगर व मालवीय रोड जैसे दो प्रमुख मार्गों से वाहनों का आवागमन होता है। आज से लगभग छह महीने पहले नगर पालिका द्वारा शास्त्री चौक, कंपनीबाग व राजकीय इंटर कॉलेज के सामने तीन पार्किंग स्थलों का चयन किया था। इसे संचालित करने के लिए अन्य औपचारिकताएं पूरी करने में लग गए। बावजूद इसके अभी तक न तो पार्किंग स्थलों को अस्तित्व में लाया जा सका और न ही जाम पर ही कोई अंकुश लगाया जा सका।
वहीं मंण्डल में अस्तपाल चौराहे की भंयकर जाम समस्या मृत्यु को प्राप्त करा दे रहा है। बस्ती के सभी बड़े चौराहों पर हर दिन भारी ट्रैफ़िक जाम रहता है। अगर आपको इलाज के लिए डॉक्टर के पास जाना है तो जाम समस्या को पार करना होगा। जरा सोचिए एक तो आदमी बीमार ऊपर से जाम समस्या पार करना कितना तकलीफ देह होगा। इतना ही नहीं डॉक्टरों को भी जाम समस्या पर करके अपने चौंबर तक पहुंचना पड़ रहा है। अस्पताल के पास इस तरह की जाम समस्या हर क्षण बनी रहती है। वही जाम समस्या की वजह से एम्बुलेंस को अस्पताल पहुंचने में भी काफ़ी दिक्कत होती हैं। बस्ती जिला अस्पताल पर जाम समस्या की वजह से इलाज कराना दयनीय हो गया। जिसकी वजह से मरीजों और डॉक्टरों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इसी अस्पताल के बिल्डिंग में ज्यादातर डॉक्टर मरीज को देखता है।
ओपीडी के लिए पर्चा बनता है, और वैक्सीन सेंटर भी है, जिसकी वजह से यहां पर मरीजों की भारी भीड़ होती है। हजारों की संख्या में मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। जाम के मौसम में यहां पर भारी मात्रा में कठिनाई झेलना लिखा है। जिसकी वजह से लोगों का आना जाना मुश्किल हो जाता है। बस्ती में ट्रैफ़िक सिग्नल खराब हैं। 2013 में कंपनी बाग, रोडवेज, अस्पताल चौक, और पांडेय बाज़ार में सोलर पैनल युक्त ट्रैफ़िक सिग्नल लगाए गए थे। लेकिन अब ये सभी खराब हैं। ट्रैफ़िक पुलिस वाहन स्वामियों का चालान काटकर अपना पल्ला झाड़ रहे है। ट्रैफ़िक चालान एक इंडिस्ट्री की तरह दिन- प्रतिदिन फल-फूल रहा है।
पुरानी बस्ती क्षेत्र में रेलवे स्टेशन होने की वजह से पांडेय बाजार और शुगर मिल गेट पर दो जगह रेलवे क्रॉसिंग हैं। जाम से हांफ रही है बस्ती वही फ्लाईओवर की दरकार 6 साल पुराना वादा सिर्फ और सिर्फ अब तक कागजों में हर सीमट कर रह गया। पुरानी बस्ती क्षेत्र के आवागमन को बेहतर बनाने के लिए रेलवे क्रॉसिंग पर फ्लाईओवर निर्माण के लिए 6 साल से प्रयास हो रहे हैं। इस क्षेत्र में 50 हजार आबादी रहती है। थोक कारोबार वाला पांडेय बाजार भी इसी क्षेत्र में है। इसके लिए रेलवे की निर्माण इकाई, सेतु निगम एवं पीडब्ल्यूडी की संयुक्त टीम ने सर्वे शुरू किया। इसका विरोध होने लगा। कोई न कोई अवरोध हर बार आ जाता है।