यूपी में यह नदी हो चुकी है लुप्त, योगी सरकार किया अब यह काम
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प्रदेश में एक समय विलुप्त हो चुकी नदी को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से सराहनीय कदम उठाया गया है. पर्यावरणीय संतुलन और जलवायु परिवर्तन से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगी. जिला प्रशासन ने भी नदियों के कायाकल्प के कार्य को लेकर दिशा निर्देश दिया है.
गायब नदी को वापस लाने की कोशिश
उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में पूर्ण रूप से गायब हो चुकी पीली नदी जो दोबारा प्रारंभ करने की प्रयास किया जा रहा है इस दौरान एक अभियान की शुरुआत की गई है. पीली नदी जो बदलापुर विधानसभा क्षेत्र की ओर जाती है यह नदी इस क्षेत्र में रहने वाले किसानों के लिए जीवनदायिनी मानी जाती है. बदलापुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा विधायक रमेश चंद्र मिश्रा ने कहा है कि इस अभियान का उन्होंने नेतृत्व किया है
बदलापुर संकल्पित पीली नदी संरक्षित नारे के माध्यम से संचालित इस योजना की आधिकारिक रूप से प्रारंभ 12 जून को भूमि पूजन के साथ आरंभ किया गया है इसमें विधायक रामचंद्र मिश्र ने नदी को लेकर बहुत कुछ अपने वाणी के माध्यम से कहा है. विधायक रमेश चंद्र ने बताया है कि बदलापुर विधानसभा यह नदी सभी क्षेत्रवासियों के लिए जीवनदायनी मानी जाती है इस नदी के पुनरुद्धार से क्षेत्र के कई किसानों को तथा जीव जंतुओं को काफी राहत मिल जाती है. इस नदी के किनारे मरम्मत का निर्माण कार्य तीव्र गति से करवाया जा रहा है. आगे उन्होंने कहा है कि नदी के संरक्षण को लेकर बीते 11 जून को डीएम डॉक्टर दिनेश चंद्र के साथ मीटिंग व विचार विमर्श किया गया है.
नदियों का कायाकल्प करने के लिए बनी कार्य योजना
बदलापुर विधानसभा क्षेत्र के भारतीय जनता पार्टी विधायक रमेश चंद्र ने आगे कहा है कि यह पीली नदी स्थानीय लोगों का अस्तित्व बचाने के लिए लगातार पहल किया जा रहा है जिसमें इसके पुनरुद्धार से नदी किनारे बसा हुआ गांव और आमजन को भी लाभ मिल पाएगा इस अभियान के माध्यम से नदी के किनारे चल रहे मरम्मत को दुरुस्त करने के लिए जेसीबी और भारी भरकम मशीन डिजिटल उपकरण लगवाया गया है विधायक ने कहा है कि जिला अधिकारी और अन्य उच्च अधिकारियों के साथ एक साथ मीटिंग भी हुई है
नदी को संरक्षित और निरंतर जल प्रवाह के लिए योजना तैयार करने की भूमिका बनाई जा रही है. नदी का जीर्णोद्धार करने के लिए विधानसभा क्षेत्र में जिन गांव से यह नदी गुजराती है वहां के स्थानीय नागरिकों के साथ समाजसेवी संस्थाओं की भी पूर्ण रूप से मदद लिया जाएगा प्रतापगढ़ और सुल्तानपुर की सीमा पर स्थित तातो मुरैनी के ताल से निकली पीली नदी की लंबाई लगभग 70 किलोमीटर तय किया गया है इसका उद्गम सुल्तानपुर जिला है. अब यह नदी प्रतापगढ़ होकर जौनपुर शहर के लिए बदलापुर विधानसभा क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांव को गुजरते हुए गोमती नदी में कनेक्ट होगी.