यूपी के यह 10 जिले होंगे विकसित, बदलेगी सूरत
न्यू कानपुर सिटी में आबादी को मिलेगा लाभ
उद्योग शहर की पुरानी पहचान है। इसके लिए विकास के लिए सभी संभव कदम उठाने के साथ ही भविष्य की योजनाओं की रूपरेखा तैयार की जा रही है। आगामी 50 सालों की जरूरतों, सुविधाओं, रोजगार उपलब्ध कराने के लिए यह बहुत आवश्यक है। इस दिशा में कार्रवाई की जा रही है। शिक्षा, व्यवसाय, उद्योग, चिकित्सा सेवा, मनोरंजन, हवाई.रेल यात्रा आस.पास के जनपदों के लिए कानपुर मुख्य केंद्र हैं।
न्यू कानपुर सिटी में आबादी को मिलेगा लाभ
कानपुर के लोगों के लिए खुशखबरी है। कानपुर विकास प्राधिकरण ने 2025 के लिए बड़ी योजनाओं की तैयारी शुरू कर दी है। कानपुर आउटर क्षेत्र के लगभग गांवों को अपनी सीमा में शामिल कर लिया है। इन गांवों में विकास कार्य और नई योजनाएं लागू की जाएंगी। जिससे करीब 5 लाख लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। महानगर के साथ ही आस-पास के जनपदों की जरूरतों को देखते हुए विकास का खाका तैयार करने के लिए क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण गठित करने की कार्रवाई शुरू हो चुकी है। नगर विकास विभाग के विशेष सचिव ने कानपुर मंडलायुक्त की अध्यक्षता में क्रीडा के गठन के लिए कमेटी गठित करने के निर्देश दिए हैं। इस कमेटी में 10 जिलों के जिलाधिकारियों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों को सम्मलित करते हुए जिलों के नक्शे को संकलित करते हुए रिपोर्ट मांगी है। इन गांवों के लोगों को अब द्वारा विकसित योजनाओं का सीधा लाभ मिलेगा। यहां नई प्लानिंग और योजनाएं तैयार की जाएंगी, जो क्षेत्र के समग्र विकास में सहायक होंगी। इन गांवों की सीमा में आने के बाद विकास प्राधिकरण यहां नई योजनाएं लागू करेगा। इसमें लेआउट डिजाइन, प्लाटिंग, आवासीय और व्यावसायिक योजनाएं शामिल होंगी। दिल्ली एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी परिक्षेत्र) की तरह की कानपुर में क्रीडा क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण गठित करने का खाका तैयार किया जा रहा है। इसमें आस-पास के जनपदों की स्वास्थ्य,औद्योगिक,यातायात सुविधाओं को विस्तार किया जाएगा। क्रीडा को लेकर प्राथमिक स्तर पर जो रिपोर्ट तैयार की गई थी,उसमें रिंग रोड का आधार माना गया था। जिसमें रिंग के आस-पास क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए अस्पताल, ट्रांमा सेंटर,औद्योगिक क्षेत्रों का विकास करने के साथ ही बस स्टाप और रेलवे स्टेशन बनाने की रूपरेखा तैयार की गई है। इसके साथ ही इन क्षेत्रों को मेट्रो जोड़ने का भी खाका तैयार किया गया है।केडीए करेगा नई प्लानिंग
शहर की सूरत बदलने के लिए हमेशा से प्रयासरत रहने वाले कानपुर विकास प्राधिकरण की सीमा में अब विस्तार हो गया है। कानपुर विकास प्राधिकरण के आला अफसरों ने बताया, केडीए के लिए साल 2025 बहुत अधिक महत्वपूर्ण हैं। केडीए की सबसे महत्वाकांक्षी योजना. न्यू कानपुर सिटी जहां इसी साल लांच होगी। वहां के लोग भी इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए पात्र हो जाएंगे। कानपुर के विकास में एक मील का पत्थर साबित होगा, इन योजनाओं से न केवल कानपुर का विस्तार होगा बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की जिंदगी भी बेहतर होगी, वहां आम जनता के लिए भूखंड योजनाएं भी शुरू की जाएंगी, इससे न केवल कानपुर का विकास होगा, बल्कि यहां के लोगों को बेहतर आवासीय और व्यावसायिक सुविधाएं मिलेंगी। विकास समिति के इस प्रस्ताव का अध्ययन नगर विकास विभाग के विशेष सचिव उदय भानु त्रिपाठी व प्रदेश के मुख्य नगर एवं ग्राम नियोजक अनिल कुमार मिश्र ने किया। इसके बाद कानपुर मंडलायुक्त की अध्यक्षता में कमेठी गठित कर पूर्ण विवरण रिपोर्ट मांगी है। यह कमेटी क्रीडा में शामिल होने वाले सभी 10 जनपदों का भौगोलिक मानचित्र, जनसंख्या, आर्थिक गतिविधियां और सुविधाओं का आंकलन करके रिपोर्ट भेजेगी। करीब दो साल पहले मंडलायुक्त की अध्यक्षता में गठित मंडलीय उच्च स्तरीय विकास समिति ने क्रीडा का खाका तैयार किया था। जिसमें एनसीआर की तर्ज पर आस-पास के जनपदों की भौगोलिक स्थितियों को देखते हुए क्रीडा गठन का खाका तैयार किया गया था, जिसमें क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण के दायरे में उन्नाव, रायबरेली, फतेहपुर, औरैया, इटावा, हमीरपुर, कालपी, उरई, कन्नौज और फर्रुखाबाद जनपद को शामिल किया गया है। हर वार्ड में सफाईकर्मियों की संख्या में समानता लाई जाएगी। शहर की मलिन बस्तियों में डोर.टू.डोर निरूशुल्क कूड़ा उठाया जाएगा। प्राधिकरण के अफसर जल्द ही वहां का दौरा करेंगे। इसके बाद उन गांवों में केडीए अपने स्तर से नई प्लानिंग करेगा, जोकि केडीए की योजनाओं से संबंधित होगी। अगर प्राधिकरण को वहां अच्छे क्षेत्रफल में जमीन मिल जाती है तो वहां भी केडीए की ओर से आमजन के लिए भूखंड संबंधी योजना को लांच किया जाएगा।