इंटरसिटी Express का किराया हुआ कम, लखनऊ का ऐसी चेयर कार का लगेगा सिर्फ़ इतने रुपए
Gorakhpur Lucknow Intercity
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कोरोना महामारी के बाद इंटरसिटी ट्रेन के किराए में मिलने वाली छूट को खत्म कर दिया गया। लेकिन, अभी भी कई सारे ऐसे पैसेंजर्स हैं, जो रेलवे के किराए छूट का फायदा उठा सकते हैं। नए साल 2025 में ट्रेनों में कई तरह का बदलाव होने वाला है।
डिजिटल युग में है यह बहुत आसान
ट्रेन टिकट पर क्यों हो रहा है ज्यादा खर्च
अगर आप भी अक्सर यात्रा करने के लिए ट्रेन का इस्तेमाल करते हैं और जानना चाहते हैं कि आपको किसी कैटेगरी के तहत छूट मिलेगी या नहीं तो ज्यादा जानकारी के लिए आप रेलवे ऑफशियल वेबसाइट पर जा सकते हैं। यहां आपको पूरी जानकारी डिटेल में मिल जाएगी। एक्सप्रेस बनने के साथ ही ट्रेनों का नंबर भी बदल गया है। नए नंबर से चल रही इंटरसिटी के एसी चेयरकार का किराया भी 50 रुपये कम हो गया है। गोरखपुर से लखनऊ तक का किराया 475 की जगह अब 425 रुपये लगने लगा है। जनरल चेयरकार (टू एस) का किराया भी 132 से घटकर 120 हो गया है। इसी तरह गोरखपुर के रास्ते चलने वाली लखनऊ-पाटलीपुत्र और छपरा-मथुरा एक्सप्रेस का किराया भी कम हो गया है। भारत में ट्रेन यात्रा को सबसे किफायती और सुविधाजनक माना जाता है। रोजाना लाखों लोग ट्रेन से सफर करते हैं, और इसकी पहुंच देश के हर कोने तक है। लेकिन बदलते वक्त के साथ रेलवे की सुविधाओं में कई सुधार किए गए हैं। खासतौर पर डिजिटल युग ने टिकट बुकिंग को बेहद आसान बना दिया है। अब रेलवे काउंटर पर लंबी कतार में खड़े होने की जरूरत नहीं है। आप घर बैठे मोबाइल या लैपटॉप से ऑनलाइन ट्रेन टिकट बुक कर सकते हैं। पूर्वाेत्तर रेलवे ने नए साल में किराये में संशोधन कर अपने यात्रियों को सौगात दी है। सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेनों को एक्सप्रेस बनाने के साथ उन्हें नए टाइम टेबल में भी शामिल कर लिया है। अब यह सभी सुपरफास्ट ट्रेनें एक्सप्रेस के रूप में चलने लगी हैं। दरअसल, यात्रियों की मांग पर एनईआर की यह चारों सुपरफास्ट ट्रेनें स्टेशनों पर अतिरिक्त ठहराव बढ़ने के साथ एक्सप्रेस बन गई थीं। इसके बाद भी यह ट्रेनें रेलवे की फाइलों में सुपरफास्ट के रूप में दर्ज थीं। रेलवे भी इन एक्सप्रेस ट्रेनों का किराया सुपरफास्ट का वसूल रहा था।