यूपी के इस एयरपोर्ट के टनल से गुजरेगा रनवे, लगाए जाएंगे CCTV कैमरा
Uttar Pradesh News
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वाराणसी में स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर एक नई टनल को निर्मित कराने का कार्य अप्रैल महीने से प्रारंभ होने जा रहा है। इस परियोजना के अंतर्गत रनवे के विस्तार और टनल निर्माण के संबंध में वाराणसी एयरपोर्ट और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारियों के मध्य महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।
रनवे के नीचे टनल के निर्माण के लिए एक महत्वपूर्ण अनुबंध पर सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इस टनल के ऊपर एक रनवे का निर्माण किया जाएगा, जिस पर विमान उड़ान भरेंगे। अधिकारियों का कहना है कि सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए जाएंगे। टनल के अंदर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, ताकि हर गतिविधि की निगरानी की जा सके। इसके साथ ही, एनएचएआई के कर्मचारी और पुलिसकर्मी भी इस टनल की सुरक्षा और निगरानी का कार्य करेंगे।
सोमवार, 10 फरवरी को एयरपोर्ट के पुराने टर्मिनल भवन में स्थित जीएम ऑफिस के सभागार में एनएचएआई और विमानतल के अधिकारियों के मध्य एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में टनल सुरक्षा के मुद्दे पर गहन चर्चा की गई। अधिकारियों ने जानकारी दी कि प्रस्तावित टनल की लंबाई लगभग 450 मीटर होगी, जो रनवे के नीचे से गुजरेगी।
बैठक में यह भी बताया गया कि टनल के निर्माण के दौरान सुरक्षा के लिए कई विशेष प्रबंध किए जाएंगे। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि टनल के अंदर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जिससे हर गतिविधि की बारीकी से निरीक्षण किया जाएगा। इसके अलावा, एनएचएआई के कर्मचारी और स्थानीय पुलिसकर्मी भी टनल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तैनात रहेंगे।
टनल के मध्य से गुजरने वाले हाईवे की लंबाई लगभग 4.5 किलोमीटर निर्धारित की गई है। इस परियोजना के लिए कुल खर्च लगभग 440 करोड़ रुपये का अनुमानित है। वहीं, रनवे के विस्तार की लागत लगभग 550 करोड़ रुपये होगी। टनल का निर्माण कार्य अप्रैल महीने से आरंभ होने जा रहा है, और इसे पूरा करने में लगभग दो वर्षों का समय लगने की संभावना है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना से क्षेत्र में परिवहन और यात्रा की सुविधाओं में सुधार की उम्मीद है।
टनल के भीतर स्थित रनवे की लंबाई 4700 मीटर निर्धारित की गई है। इस परियोजना में एप्रन का विस्तार, समांतर टैक्सी ट्रैक का निर्माण, लिंक ट्रैक और स्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम के साथ कैट थ्री अप्रोच लाइटिंग सिस्टम का विकास भी शामिल है। इन सभी सुविधाओं के विस्तार से बड़े विमानों के संचालन में वृद्धि होगी, जिससे विमानों की संख्या में भी उल्लेखनीय बढ़ोतरी की उम्मीद है।
बैठक में प्रमुख रूप से महाप्रबंधक परियोजना राजीव कुलश्रेष्ठ, एनएचआई के प्रवीण कुमार कटियार, एयरपोर्ट निदेशक पुनीत गुप्ता, सिविल अभियंता उप महाप्रबंधक वीके पांडेय, वित्त उप महाप्रबंधक अनिल दहिया और तकनीकी प्रबंधक कुमार चित्रांश उपस्थित रहे। उपस्थित अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में चल रही गतिविधियों की जानकारी साझा की और आवश्यक सुधारों पर विचार-विमर्श किया। बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों ने मिलकर एयरपोर्ट के विकास और सुविधाओं को बढ़ाने के लिए रणनीतियों पर चर्चा की, जिससे यात्रियों को बेहतर सेवाएं प्रदान की जा सकें।