उत्तर प्रदेश के इस जिले में माफियाओं का खंगाला गया इतिहास, यूपी पुलिस की तलाश जारी
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यूपी में माफियाओं के खिलाफ अभियान को लेकर कड़ा रुख अपनाया गया है इन माफियाओं के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है इसे लेकर उत्तर प्रदेश में किसी भी प्रकार का समझौता नहीं हो सकता.
माफिया और सरपरस्तों के खिलाफ कार्रवाई जारी
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार ने आरोप लगाते हुए कहा है कि पूर्व की सरकारों में माफियाओं को पनाह मिलता था जिस दौरान गरीब और आम जनता को परेशान करने का लक्ष्य बना लिए थे अब हमारी सरकार में माफियाओं के खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाकर कड़ी कार्रवाई की जा रही है. उत्तर प्रदेश में अब 68 माफियाओं की सूची को खंगाला गया है. इस दौरान सूची में गोरखपुर के सुधीर सिंह की तलाश जारी है खजनी पुलिस के साथ-साथ एसओजी की टीम में निरीक्षण कार्य कर रही है इसी बीच माफिया अभी पुलिस के हाथ लग नहीं पाया है
सरकार माफियाओं के खिलाफ अब ली सख्त कदम
इस दौरान अंकुर शाही की तहरीर पर पुलिस विभाग की टीम ने माफिया सुधीर सिंह उसके साथ ही हिमाचल सिंह के साथ-साथ तीन लोगों के ऊपर केस दर्ज कर दिया गया है लेकिन लेकिन अभी तक कोई भी माफिया और उसके साथ में रहने वाले लोग पुलिस के हाथ में अभी तक नहीं आ पाए हैं. पुलिस विभाग और एसओजी की आठ प्रकार की टीम इन माफिया को खोजने के लिए तलाश जारी की है आगे कहा गया है कि इस मामले को लेकर वह घर से निकलकर सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचने की आशा व्यक्त की गई है
लेकिन उसके पहले लोगों ने मुकदमा न दर्ज हो किसी प्रकार से इस प्रकार का प्रयास जारी है पर जब इसमें नाकामी हाथ लगी तो माफिया गोरखपुर से कहीं और के लिए निकल गया. मई माह 2023 में माफिया सुधीर को एनबीडब्ल्यू में पुलिस ने जब खोज प्रारंभ किया तब वह भी माह 25 मई 2023 को श्यामदेउरवा खाना क्षेत्र में दो दशक पुराने लूट के मुकदमे में महाराजगंज मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के न्यायालय में अपने आप को समर्पण कर दिया इस दौरान माह अप्रैल 2003 में श्यामदेउरवा खाने में लूट का केस दर्ज किया गया था जिसमें गोरखपुर के सहजनवा निवासी सुधीर सिंह आरोपी था उसके बाद कोर्ट से उसके खिलाफ साल 2008 में एनबीडब्ल्यू वारंट जारी किया गया था.