लिंक रोड के जरिए जुड़ेगा यूपी के इस रूट का हाईवे, इस तरह मिलेगा लाभ
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एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी होगी बेहतर, राज्य सरकार ने उठाए कदम
नोएडा एयरपोर्ट को भारत का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने का उद्देश्य है जिसे दुनिया के सबसे बड़े हवाई अड्डों के मुकाबले खड़ा किया जाएगा, इसकी स्थिति नोएडा के क्षेत्र में है, जो दिल्ली से लगभग 40 किलोमीटर दूर है। इस एयरपोर्ट से उत्तर भारत के लाखों लोगों को दुनिया के विभिन्न हिस्सों में यात्रा करने में आसानी होगी। इसके साथ ही व्यापारिक अवसर और नौकरी के मौके भी बढ़ेंगे, जिससे क्षेत्रीय विकास को नई दिशा मिलेगी। जेवर ने बनने वाले नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा तक सड़क की नई कनेक्टिविटी देने को यमुना तटबंध सड़क को राष्ट्रीय राजमार्ग-नौ जोड़ा जाएगा इस दिशा में नोएडा प्राधिकरण ने शुक्रवार को कदम बढ़ाया। वहीं दूसरी ओर एनएच से यमुना तटबंध सड़क नहीं जुड़ने से एनएचएआई हाथ खींच रहा था. अब प्राधिकरण ने इसका समाधान कर दिया है. क्योकि नोएडा एयरपोर्ट की बेहतर कनेक्टिविटी से उत्तर प्रदेश, दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में यात्री सेवा में सुधार होगा। यह यात्री अनुभव को बेहतर बनाएगा और अधिक व्यापारिक अवसर पैदा करेगा।
बेहतर कनेक्टिविटी के लिए उठाए गए कदम
जेवर में नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा का निर्माण अंतिम चरण में है. इसके मद्देनजर प्राधिकरण नई कनेक्टिविटी की संभावना तलाश रहा था. बार-बार यमुना तटबंध सड़क को एक्सप्रेस-वे के समानांतर एक्सप्रेस-वे बनाने पर जोर है, ताकि नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे का यातायात भार कम हो सके. हालांकि प्राधिकरण के पास इतना फंड नहीं कि वह इस एक्सप्रेस-वे के समानांतर एक नया एक्सप्रेसवे बनवा सके. बता दें कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे के समानांतर यमुना तटबंध के रास्ते आठ लेन का आनग्राउंड नया एक्सप्रेसवे या छह लेने का एलिवेटेड रोड बनाने की हरी झंडी बोर्ड से दी गई है. इस परियोजना के पूरा होने से उन 10 लाख लोगों को सीधा लाभ होगा, जो प्रतिदिन नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे के रास्ते आते-जाते हैं. प्रतिदिन जाम में जूझते हैं.
हालांकि इस परियोजना पर काम करने को करीब छह माह से अधिक वक्त से नोएडा प्राधिकरण प्रयासरत था। इसमें एनएचएआई की एक कंसल्टेंट कंपनी परियोजना पर आने वाली बाधा दूर करने में सहायता कर रही थी. इस पर शुक्रवार को बड़ी सफलता मिली. अब उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग से पुश्ता रोड की एनओसी मिलने के बाद एनएचएआई परियोजना पर काम शुरू कर सकता है. नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया को यह पुश्ता रोड देने में आ रही बाधा दूर करने को नोएडा प्राधिकरण बोर्ड बैठक में प्रस्ताव लाया व उसे अनुमोदित कर दिया है, ताकि परियोजना पूरा कराने को प्रस्ताव एचएचएआइ को सौंपा जा सके।