यूपी के इस एयरपोर्ट पर प्रदेश की पहली टनल और छह लेन सड़क

उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में स्थित वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट पर अब प्रदेश की पहली अंडरग्राउंड टनल और 6 लेन की आधुनिक सड़क निर्मित होने जा रही है. इस बड़े प्रोजेक्ट के निर्माण के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने निर्माण एजेंसी का चयन कर लिया है. यह जिम्मेदारी हरियाणा के भिवानी की ‘कालूवाला कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड’ कंपनी को सौंपी गई है.
कंपनी को इस परियोजना का निर्माण करना है और इसकी डिज़ाइन भी तैयार करनी होगी. इस कंपनी ने करीब 100 करोड़ रुपये कम खर्च में काम पूरा करने का प्रस्ताव दिया है.

इस प्रोजेक्ट के लिए पहले लगभग 317 करोड़ रुपये का बजट निश्चित किया गया था, लेकिन कंपनी ने इसे केवल 217 करोड़ रुपये में ही पूरा करने का अनुबंध कर लिया है. कंपनी को कार्य का आदेश दे दिया गया है, परंतु वर्तमान में निर्माण की शुरुआत नहीं हुई है क्योंकि जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया अब भी चल रही है. जैसे ही ये प्रक्रिया पूरी होगी, निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा.
3 साल में पुर्ण होगा निर्माण
यह प्रोजेक्ट 3 साल की समयसीमा में पूरा किया जाना है. इस टनल के ऊपर एयरपोर्ट का रनवे बनेगा, जो इतना मजबूत होगा कि उस पर बड़े विमान जैसे बोइंग-777 भी आसानी से उड़ान भर सकेंगे. टनल के ऊपर से लगभग 1700 मीटर रनवे को बढ़ाया जाएगा.
इस टनल की गहराई लगभग 6.5 मीटर होगी. इसको निर्मित कराने के बाद अगले 10 साल तक इसी कंपनी को इसकी देखरेख और मरम्मत का जिम्मा भी दिया गया है. टनल का हिस्सा लगभग 450 मीटर लंबा होगा और इसे जोड़ने के लिए 2.40 किलोमीटर लंबी ग्रीनफील्ड फोरलेन सड़क को निर्मित किया जाएगा.
यह प्रोजेक्ट बाबतपुर चौराहे से लगभग 2 किलोमीटर पहले पुरा रघुनाथपुर और बसनी गांव होते हुए सिसवां गांव तक फैला होगा. 2 महीने पहले प्रधानमंत्री ने इस परियोजना का उद्घाटन किया था.
इस टनल की सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान दिया गया है. आईआईटी दिल्ली द्वारा तैयार की गई डिज़ाइन के मुताबिक, यह टनल इतना मजबूत होगा कि उस पर अगर 100 किलो TNT विस्फोटक भी इस्तेमाल किया जाए, तो भी इसका कोई नुकसान नहीं होगा. टनल के दोनों ओर संतरी पोस्ट बनाए जाएंगे. वहाँ एक कंट्रोल रूम भी होगा जहाँ से पूरी निगरानी की जाएगी.
सुरक्षा के लिए रूट पेट्रोलिंग वाहन और एंबुलेंस हमेशा मौजूद रहेंगे. साथ ही, सीआईएसएफ (एयरपोर्ट सुरक्षा बल) की तैनाती भी की जाएगी जिससे किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटा जा सके. टनल में 24 घंटे सुरक्षा निगरानी की व्यवस्था होगी. कम से कम 4 पीटीजेड (पैन-टिल्ट-ज़ूम) कैमरे और 6 एएनपीआर (ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रीडिंग) कैमरे लगाए जाएंगे.