इस जिले में बनेगा रिंग रोड साथ में सड़क होगी चौड़ी, यूपी में तेजी से बन रहा है रिंग रोड नेटवर्क

उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में स्थित विंध्याचल में लगातार बढ़ रही यातायात की समस्या और श्रद्धालुओं की संख्या को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने विशेष कदम उठाए हैं. क्षेत्र में जल्द ही एक रिंग रोड को निर्मित किया जाएगा, जिससे शहर में ट्रैफिक कम हो सके और यात्रा सुविधाजनक हो जाए. इसके साथ ही गंगा घाटों और विंध्य कॉरिडोर को जोड़ने वाली सड़कों को चौड़ा किया जाएगा, इससे आवागमन में कोई परेशानी नहीं होगी.
डीएम ने किया निरीक्षण
जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने गुरुवार को विंध्य कॉरिडोर का दौरा किया और वहां की व्यवस्थाओं कि जांच किया. उन्होंने कोतवाली मार्ग, पकरीतर मार्ग, दीवान घाट, बलुआ घाट जैसी मुख्य सड़कों की हालत देखी और इनके चौड़ीकरण के लिए प्रस्ताव तैयार करने का आदेश दिया.
निरीक्षण के दौरान उन्होंने कई गलियों में गंदगी और कूड़े के ढेर देखे, जिस पर उन्होंने नाराजगी जताई. डीएम ने दुकानदारों को स्पष्ट आदेश दिए कि दुकान के बाहर डस्टबिन रखें और सफाई का विशेष ध्यान दें.
वीआईपी मार्ग को सुसज्जित बनाने के आदेश
डीएम ने पुराने वीआईपी मार्ग पर बने टिन शेड का निरीक्षण किया और कहा कि ठीक इसी तरह की सुविधा नए वीआईपी मार्ग पर भी दी जानी चाहिए.
उपस्थित रही प्रशासनिक टीम
निरीक्षण के दौरान नगर मजिस्ट्रेट विनीत कुमार उपाध्याय, एसडीएम गुलाबचंद, टीपी सिंह, और पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर प्रवीण चौहान सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे.
स्थानीय व्यापारियों को होगा लाभ
डीएम ने अष्टभुजा पहाड़ के पास निर्मित हो रहे गंगा दर्शन पार्क का काम तेजी से पूरा करने के आदेश दिए हैं. इसके अतिरिक्त, रैन बसेरा और पार्क के पास सड़क के किनारे दुकानें बनाकर स्थानीय दुकानदारों को आवंटित की जाएंगी, जिससे उन्हें व्यवसाय करने का एक नया अवसर प्राप्त हो सके.
श्रद्धालुओं की संख्या में हुई बढ़ोतरी
डीएम ने बताया कि कॉरिडोर निर्माण के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है. पहले जहां सालभर में करीब 10 से 20 लाख लोग आते थे, अब यह संख्या बढ़कर 2 से 2.5 करोड़ हो गई है. इसके कारण आसपास के क्षेत्र में सफाई और सुविधाओं की बेहतर व्यवस्था बेहद आवश्यक हो गई है.
डीएम ने बताया कि दीवान घाट पर एक सत्संग भवन को निर्मित कराने के लिए भी सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा. वहीं गंगा घाटों तक जाने वाले मार्गों के चौड़ीकरण का प्रस्ताव भी सरकार को भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.