नोएडा की सड़कों पर ट्रैफिक से मिलेगी राहत, नए एक्सप्रेसवे का प्लान तैयार!

उत्तर प्रदेश: नोएडा और ग्रेटर नोएडा के लोग अक्सर ट्रैफिक जाम से परेशान रहते हैं. हर दिन लाखों गाड़ियाँ नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर दौड़ती हैं, जिसके कारण कई बार ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. नोएडा में जाम और ट्रैफिक के दबाव को कम करने के लिए एक नया एक्सप्रेसवे निर्मित कराने की योजना तैयार की जा रही है.
यह नया रास्ता मौजूदा नोएडा एक्सप्रेसवे के समानांतर बनेगा और ट्रैफिक का भार काफी हद तक कम कर देगा. इस प्रोजेक्ट पर केंद्र सरकार भी विशेष ध्यान दे रही है. मंगलवार को जेवर में हुए एक कार्यक्रम में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने स्पष्ट कहा कि अगर नोएडा अथॉरिटी और गौतमबुद्धनगर के सांसद महेश शर्मा चाहें, तो एनएचएआई (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) इस प्रोजेक्ट को बनाने के लिए पूरी तरह से तैयार है.
गडकरी ने कहा, "हम दिल्ली-एनसीआर में पहले से ही 1.2 लाख करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स पर कार्य कर रहे हैं. इनमें से 60,000 करोड़ का काम पूरा हो चुका है. पैसों की कोई भी कमी नहीं है और इस नए प्रोजेक्ट को लेकर भी हम गहन विचार कर रहे हैं."
मार्च में नोएडा अथॉरिटी बोर्ड ने इस योजना को सैद्धांतिक स्वीकृति दे दी थी. इसके अतिरिक्त, राज्य सरकार ने कहा था कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना अथॉरिटी इस प्रोजेक्ट की लागत आपस में बाँटें. परंतु अब नोएडा अथॉरिटी चाहती है कि इसे एनएचएआई बनाए, जिससे काम जल्दी और मजबूत तरीके से हो.
कार्यक्रम में सांसद महेश शर्मा ने भी गडकरी से रिवरसाइड बाईपास निर्मित कराने की मांग की. उनका कहना है कि इससे दिल्ली से आने वाले लोग नोएडा की भीड़ में फंसे बिना सीधे यमुना एक्सप्रेसवे के रास्ते जेवर एयरपोर्ट पहुंच सकेंगे. इससे एयरपोर्ट का सही उपयोग भी हो पाएगा.
नोएडा एक्सप्रेसवे के ट्रैफिक को कम करने के लिए केंद्र सरकार एक नया समानांतर एक्सप्रेसवे निर्मित कराने की योजना पर गहन विचार कर रही है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि एनएचएआई इस प्रोजेक्ट को बिना किसी आर्थिक अड़चन के शुरू कर सकता है. जल्द ही इसके लिए औपचारिक मंजूरी मिलने की उम्मीद है.