बस्ती से खलीलाबाद रूट पर बनेगा ओवरब्रिज, जल्द शुरू होगा काम

लखनऊ की ओर जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित कांटे और सरैया बाईपास पर अब फ्लाईओवर और अंडरपास बनाए जाने की योजना तैयार की जा रही है. इन दोनों स्थानों पर अक्सर होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और यातायात को सुगम बनाने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है. वर्तमान में नेशनल हाईवे अथॉरिटी (NHAI) द्वारा इन परियोजनाओं को लेकर विस्तृत सर्वेक्षण का कार्य चल रहा है.
सरैया बाईपास और कांटे जैसे दो प्रमुख स्थान वर्षों से दुर्घटनाओं के लिए जाने जाते हैं. यहां हाईवे पर दो बड़े कट हैं, जहां पर हर दिन भारी संख्या में वाहन गुजरते हैं. सरैया बाईपास से खलीलाबाद शहर में प्रवेश करने वाले वाहन निकलते हैं, जबकि कांटे से मुंडेरवा होते हुए बस्ती की ओर जाने वाले भारी और हल्के वाहन गुजरते हैं. इन इलाकों में ट्रैफिक का दबाव बढ़ता जा रहा है, जिससे अक्सर टक्कर और हादसे होते हैं.
इसके अलावा, खलीलाबाद-बहराइच नई रेल लाइन का निर्माण कार्य भी इन स्थानों के समीप से होकर गुजरना है, जो हाईवे को पार करेगी. इसी तरह बधौली से आने वाला एक अन्य बाईपास भी इसी राजमार्ग को क्रॉस करेगा. ऐसे में बिना किसी संरचना के, आने वाले समय में यातायात की दिक्कतें और भी बढ़ सकती हैं.
Read Below Advertisement
इन समस्याओं को ध्यान में रखते हुए अब यहां ओवरब्रिज और अंडरपास दोनों का निर्माण प्रस्तावित किया गया है. इस परियोजना से न सिर्फ दुर्घटनाओं पर नियंत्रण होगा, बल्कि मंडी में आने वाले व्यापारिक वाहनों को भी राहत मिलेगी. अक्सर ट्रक और ट्रैक्टर-ट्रॉली जैसे भारी वाहन इन्हीं रास्तों से होकर जाते हैं, जिनके कारण ट्रैफिक बाधित होता है और जोखिम बढ़ता है.
इस बीच, सांसद पप्पू निषाद ने भी इस क्षेत्र की समस्याओं को देखते हुए संसद में फ्लाईओवर की मांग की थी. उनकी पहल के बाद ही यह योजना NHAI के संज्ञान में लाई गई और अब जमीन पर काम शुरू हो गया है. सर्वेक्षण का कार्य तेज गति से किया जा रहा है ताकि जल्द से जल्द निर्माण शुरू किया जा सके.
स्थानीय नागरिकों में भी इस परियोजना को लेकर उम्मीदें जगी हैं. उन्हें विश्वास है कि ओवरब्रिज और अंडरपास बनने के बाद न सिर्फ सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी बल्कि उनका दैनिक जीवन भी सुगम होगा. खासकर स्कूल जाने वाले बच्चों, दफ्तर के कर्मचारियों और व्यापारियों के लिए यह बड़ा बदलाव साबित हो सकता है.
प्रशासन की ओर से भी भरोसा दिलाया गया है कि सर्वे पूर्ण होते ही निर्माण कार्य में देर नहीं की जाएगी. अगर सब कुछ योजना के मुताबिक चला तो आने वाले वर्षों में यह मार्ग आधुनिक सुविधाओं से युक्त होगा और जिले के लाखों लोगों को राहत मिलेगी.