यूपी के इन जिलो के लिए शुरू होगी अटल बस सेवा, देखें पूरी लिस्ट
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प्रयागराज में अटल बस सेवा ने एक बार फिर से अपनी शुरुआत की है. जिससे यात्रियों को बेहतर और सुविधाजनक परिवहन सेवा मिल रही है. इस पहल का उद्देश्य शहरवासियों और आसपास के क्षेत्रों के लोगों को बेहतर यातायात सुविधा प्रदान करना है.
अटल बस सेवा की शुरुआत, पर्यावरण के साथ सुविधा का संगम
अटल बस सेवा का पुनः संचालन और शटल बसों का विस्तार प्रयागराज और आसपास के क्षेत्रों के यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है. यह पहल न केवल यातायात की सुविधा बढ़ाएगी. बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक सकारात्मक कदम है. यात्रियों को इन सेवाओं का लाभ उठाकर सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का अनुभव प्राप्त करना चाहिए. यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। प्रयाग डिपो राजापुर में इलेक्ट्रिक बस चार्जिंग स्टेशन बनकर तैयार हो गया है। अब यहां बसें चार्ज हो सकेंगी. इससे परिवहन निगम अपनी ई अटल बस सेवा को प्रयागराज के आसपास के छोटे शहरों और कस्बों तक विस्तारित करेगा.
प्रयागराज समेत उत्तर प्रदेश के कई शहरों में अटल बस सेवा की शुरुआत यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत बनकर आई है. यह सेवा खास तौर पर 2025 को ध्यान में रखते हुए शुरू की गई है. ताकि श्रद्धालुओं और स्थानीय नागरिकों को सुरक्षित, सुगम और पर्यावरण के अनुकूल परिवहन सुविधा मिल सके. ये बसें पूरी तरह से इलेक्ट्रिक हैं और एक बार चार्ज होने पर लगभग 200 किलोमीटर तक चल सकती हैं. हालांकि, अभी कुछ शहरों में इन बसों के लिए चार्जिंग स्टेशन तैयार नहीं हो पाए हैं, जिस कारण फिलहाल इन बसों का संचालन केवल उन स्थानों के लिए किया जा रहा है, जो प्रयागराज से अधिकतम 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं. इस सीमा के भीतर बसें प्रयागराज में ही चार्ज होकर निकलेंगी और वापस लौट आएंगी. इनमें से प्रतापगढ़ रूट पर पांच बसें, गोपीगंज-हंडिया रूट पर आठ बसें, ऊंचाहार-कुंडा-लालगोपालगंज रूट पर छह बसें और खागा-सैनी-मूरतगंज रूट पर पांच बसें लगाई जाएंगी.
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शटल बस सेवा का विस्तार, ग्रामीण क्षेत्रों से कनेक्टिविटी
यूपी रोडवेज की योजना है कि भविष्य में इन इलेक्ट्रिक बसों का संचालन और भी बड़े शहरों के लिए किया जाएगा. इस सेवा का विस्तार वाराणसी, कानपुर, लखनऊ, अयोध्या, और फतेहपुर जैसे शहरों तक होगा. ई अटल बस सेवा का उद्देश्य न केवल प्रदूषण को कम करना है, बल्कि यात्रियों को एक सुविधाजनक और सस्ते यातायात विकल्प प्रदान करना भी है. ट्रायल के तौर पर इसकी शुरुआत भी कर दी गई है. यह सेवा उन शहरों के लिए मिलेगी, जो प्रयागराज से 100 किलोमीटर या उससे कम दूरी पर स्थित हैं. यूपी रोडवेज ने इस सेवा के अंतर्गत कुल 24 नई इलेक्ट्रिक बसों का संचालन करेगा, जिनमें 40 सीटों की क्षमता वाली एसी बसें शामिल हैं. पहले चरण में 15 इलेक्ट्रिक बसें ही चलेंगी. अभी यह सुबह छह बजे रवाना होंगी और दिन में केवल एक चक्कर लागएंगी.
मई महीने में इनकी समय सारिणी जारी होगी और नियमित संचालन होगा. परिवहन निगम की बस चलाने वाले चालक परिचालक ही इसमें कार्यरत हैं. ट्रायल में वह रूट, स्टापेज, बस की गति और सुविधाओं के साथ तालमेल भी बिठाएंगे. इन बसों का संचालन सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, ऊंचाहार, सैनी, गोपीगंज, हंडिया, कुंडा, लालगोपालगंज, खागा, मूरतगंज के लिए होगा. उत्तर प्रदेश रोडवेज ने महाकुंभ के दौरान ई अटल बस सेवा शुरू की थी लेकिन अस्थायी बस अड्डों के बंद होने के बाद यह बसें भी बंद हो गई थी. अटल बस सेवा न केवल एक परिवहन सेवा है. बल्कि यह उत्तर प्रदेश सरकार की एक स्मार्ट और हरित पहल का प्रतीक है. यह सेवा यातायात व्यवस्था को सुलभ बनाकर लोगों के जीवन में सुविधा और पर्यावरण के लिए सकारात्मक बदलाव ला रही है.
ई अटल बस सेवा के किराए में भी काफी सस्ती दरें रखी गई हैं। इन बसों में यात्रा करने के लिए यात्रियों को निम्नलिखित किराया देना होगा:
सुल्तानपुर: 237 रुपये
प्रतापगढ़: 141 रुपये
गोपीगंज: 137 रुपये
हंडिया: 79 रुपये
ऊंचाहार: 192 रुपये
कुंडा: 127 रुपये
लालगोपालगंज: 89 रुपये
खागा: 196 रुपये
सैनी: 130 रुपये
मूरतगंज: 72 रुपये