लखनऊ: नगर निगम कर्मचारियों की हड़ताल, 10 सूत्रीय मांगों को लेकर कार्य बहिष्कार

लखनऊ: नगर निगम कर्मचारियों की हड़ताल, 10 सूत्रीय मांगों को लेकर कार्य बहिष्कार
Uttar Pradesh News

यूपी में सरकारी कर्मचारियों ने जुलाई महीने में विभिन्न मांगों को लेकर जमकर हड़ताल कर दिया है जिसमें कई विभाग के कर्मचारी शामिल हो चुके हैं. बताया जा रहा इस प्रकार का हड़ताल भ्रष्टाचार की शिकायतों के चलते हुआ है. जिसमें कर्मचारी कई पुराने और जटिल समस्याओं को लेकर सड़क पर उतर चुके हैं.

क्यों हो रही है इस प्रकार का हड़ताल

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कई मांगों को लेकर घंटे भर तक कार्य बहिष्कार बुधवार के दिन नगर निगम कर्मचारियों ने किया है पूछताछ के दौरान बताया जा रहा है कि इस प्रकार का विरोध सरकारी कर्मचारियों ने कार्यालय के ताले नहीं खोलने दिया है ऐसे में सुबह काम से आने वाले लोगों को वापस भी लौटना पड़ गया है. जिसमें प्रदेश स्थानीय निकाय कर्मचारी ने बताया है.

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कि पूरे प्रदेश के निकायों के साथ-साथ नगर निगम राजधानी लखनऊ में भी कई दिनों से अटका हुआ समस्या का समाधान न होने की वजह से सांकेतिक कार्यबंदी की योजना बनाई गई है अब यह बंदी सुबह 10:00 बजे से दोपहर 1:00 तक रहेगा. इस प्रकार का हड़ताल स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ के आवाहन पर नगर निगम लखनऊ में 9 जुलाई को किया गया है मिली जानकारी के अनुसार बताया गया है कि विरोध प्रदर्शन राज्य सरकार और शासन स्तर पर लंबित समस्याओं के समाधान में हो रही देरी के विरोध में व्यापक स्तर पर किया जा रहा है 

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सरकारी और आउटसोर्सिंग नीतियों पर असंतोष

जिसमें कर्मचारी महासंघ के माध्यम से पहले से लंबित मांगों पर सरकार द्वारा कोई ठोस और सकारात्मक समाधान नहीं किया गया है इसी के विरोध में 9 जुलाई की सुबह 10:00 बजे निगम मुख्यालय पर गेट मीटिंग की गई है इसके उपरांत दोपहर में नगर आयुक्त के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित करवाया जाएगा नगर निगम कर्मचारी समय-समय पर पुरानी मांगों को लेकर लगातार आए दिन प्रदर्शन करते रहते हैं.

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लेकिन आश्वासन के बावजूद भी समाधान न मिलने से इनमें आक्रोश उत्पन्न हो जाता है. इन मांगों में स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि आउटसोर्सिंग, भ्रष्टाचार, प्रमोशन, वेतन जैसे मामलों को लेकर तमाम समस्याएं जुड़ी हुई है जो लंबे समय से अनसुलझी पड़ी हुई है कर्मचारियों का बताना है कि पिछले कई वादों के बावजूद समाधान नहीं हो पाया है.

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