बांसी: रोडवेज से कोतवाली रोड तक जलभराव, व्यापारियों में नाराजगी
-(1).png)
यूपी में मानसून की शुरुआत तीव्र गति के साथ-साथ जल भराव की समस्या भी तीव्र हो चुकी है. इस दौरान स्थानीय प्रशासन सफाई और सड़क सुधार जैसे तमाम रास्ते को खोजने में लग चुकी है लेकिन इसमें कई जगह पर अतिक्रमण तथा अधूरी तैयारी समस्याओं को गहरा और सर दर्द बना रहा है
प्रदेश में जल भराव की समस्या प्रारंभ
राज्य सरकार ने कई रणनीतियां बनाने में लग चुकी है लेकिन इनका जमीन पर ही समयबद्ध क्रियान्वयन असली ही टेस्ट हो पाएगा. उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले में बांसी नगर पालिका क्षेत्र में जलभराव की समस्या अब चिंता का विषय बन चुका है जिसमें रोडवेज से कोतवाली रोड तक दुकानदार सभी परेशान हो चुके हैं नालों की सफाई बिल्कुल भी नहीं और अतिक्रमण का सबसे बड़ा कारण बन चुका है.
इसी बीच उप जिलाधिकारी ने अतिक्रमण हटाने का दिशा निर्देश दिया है इसमें आजाद नगर, सोनारी गली, अस्पताल गेट तक पानी दबादब भरा हुआ है. इस दौरान यूपी के कई शहरों में नालों और नालियों की सफाई ठीक ढंग से नहीं की जा रही है फिर उसके बाद अतिक्रमण और निर्बल जल निकासी व्यवस्था प्रमुख कारण बन चुका है प्रदेश सरकार ने कई महीने पहले नालों की सफाई का दिशा निर्देश दिया था नगरीय विकास योजना के अंतर्गत शहरों में ड्रेनेज मास्टर प्लान की तैयारी की जा रही है.
हाईवे जाम तक पहुंचा विरोध
जिसमें कई शहरें प्रमुख रूप से शामिल हो चुके हैं. इसी बीच मूसलाधार बारिश की वजह से खेती भी प्रभावित हो गई है लेकिन शहर के कई हिस्सों में नाले साफ न होने से जल भराव भी हो रहा है प्रशासन और बिजली विभाग के लापरवाही पर नागरिक नाराज भी हो चुके हैं. मिली जानकारी के अनुसार बताया गया है कि राज्य सरकार द्वारा करोड रुपए खर्च कर नाले की साफ सफाई के लिए आवंटित की थी.
लेकिन यह भी अधूरी ही रही है जिससे ज्यादातर इलाकों में जल भराव की समस्या उत्पन्न हो रही है. इसी बीच जल जमाव की वजह से परेशान नागरिकों की वजह से हाईवे पर भी जाम लग चुका है क्योंकि नालों की सफाई न होने से सड़कों और स्कूल आने-जाने में भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है जल भराव और कीचड़ की समस्या से छात्रों को भी काफी परेशानी हो रही है स्थानीय लोगों द्वारा कई बार शिकायत के बावजूद भी अभी तक कोई समस्या का हल नहीं निकल पाया है.