उत्तर प्रदेश में भूमि घोटाला, खेती की जमीन दिखा कर काट दिए प्लॉट, 600 करोड़ फंसे
1000 लोगों को खेती की जमीन में काट दिए 500 प्लॉट
टप्पल क्षेत्र में यमुना एक्सप्रेस.वे के किनारे की खेती की भूमि पर आवासीय कॉलोनियों के नाम पर प्लॉट काटकर बेचने का बड़ा जमीन घोटाला सामने आया है। यीडा ;यमुना विकास प्राधिकरण, ने इस क्षेत्र के 90 गांवों में आवासीय प्लाटिंग पर रोक लगाई हुई है।
1000 लोगों को खेती की जमीन में काट दिए 500 प्लॉट
यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे स्थित 90 गांवों में आवासीय और व्यावसायिक उद्देश्य से प्लाटिंग नहीं हो सकती। सर्किल रेट से पांच गुना ज्यादा दामों में जमीन बेच दी गई है। फिलहाल कॉलोनाइजरों के शिविरों से बरामद एक दर्जन लैपटॉप की अभी जांच चल रही है। जांच पूरी होने के बाद कुछ और बड़े खुलासे भी हो सकते हैं। अवैध प्लाटिंग में आधा दर्जन से अधिक प्रॉपर्टी कारोबार और रीयल एस्टेट सेक्टर से जुड़ी बड़ी कंपनियों के नाम सामने आ रहे हैं। टप्पल में यमुना एक्सप्रेस-वे के किनारे की कृषि योग्य भूमि पर आवासीय कॉलोनी बसा दी गई है। लोगों का कहना है कि यहां पर घोटाले बाजो ने प्लॉट काटकर बेच दिया। जबकि यीडा (यमुना विकास प्राधिकरण) ने यहां के लगभग 90 गांवों में आवासीय प्लाट काटकर बेचने पर रोक लगा रखी है। इसके बाद 1000 लोगों को 600 करोड़ रुपये से अधिक के प्लॉट बेच दिए गए। जिला प्रशासन का कहना है कि यहां पर अभी तक जांच में 500 प्लाट ऐसे हैं जिनका मामला फंस सकता है। वहीं जिलाधिकारी विशाख जी का कहना है कि टप्पल में प्लॉट बेचने के लिए लगाए गए शिविरों में बरामद हुए लैपटॉप तथा नक्शों की जांच चल रही है। जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी। 12 जनवरी को यहां हुई कॉलोनाइजरों के खिलाफ कार्रवाई के बाद प्लॉट के खरीदारों में खलबली मच गई है। दरअसल, यीडा के मास्टर प्लान फेज दो में टप्पल क्षेत्र को भी शामिल किया गया है। टप्पल और मथुरा के बाजना क्षेत्र में अर्बन सेंटर और लॉजिस्टिक हब बनाने की तैयारी है। इसके लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है।निवेशकों के फंसे 600 करोड़
एसडीएम खैर महिमा राजपूत का कहना है कि टप्पल में कॉलोनी बसाने के लिए हो रही प्लाटिंग की जांच चल रही है। अब तक की जांच में पता चला है कि एनसीआर के कई शहरों के लोगों ने यहां आवास के लिए प्लॉट खरीदे हैं। छापेमारी के दौरान बरामद लैपटॉप और नक्शों की जांच चल रही है। यहां बनना है अर्बन सेंटर और मल्टी माडल लाजिस्टिक हब यीडा के मास्टर प्लान फेज-दो में टप्पल अर्बन सेंटर के अलावा मल्टी मॉडल लाजिस्टिक हब भी प्रस्तावित है। लॉजिस्टिक हब के लिए जमीन अधिग्रहण का प्रस्ताव पूर्व में ही अलीगढ़ जिला प्रशासन को भेजा जा चुका है। टप्पल -बाजना अर्बन सेंटर के लिए यीडा ने दो भागों में कुल 1512.6383 हेक्टेयर भूमि अर्जन करने का प्रस्ताव भेजा है। यमुना एक्सप्रेस-वे बनने के बाद ही टप्पल क्षेत्र की जमीन पर भूमाफिया की नजर टिक गई थी। जैसे-जैसे इससे जुड़ने वाली सड़कों का निर्माण हुआ रियल एस्टेट की कई कंपनियां सक्रिय हो गईं। उन्होंने गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, नोएडा, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर समेत एनसीआर के कई शहरों में टप्पल में प्लॉट की बिक्री का प्रचार शुरू कर दिया। टप्पल से लगे जेवर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, डिफेंस कॉरीडोर, ट्रांसपोर्ट नगर, राज्य विश्वविद्यालय आदि की सुविधाओं का भी प्रचार किया गया, जिससे खरीदार प्रभावित हुए।