यूपी में इन कर्मचारियों को अब इतना मिलेगा भत्ता, योगी सरकार को भेजा प्रस्ताव
होली से पहले योगी आदित्यनाथ सरकार जनवरी 2025 से डीए में 3ः की वृद्धि कर सकती है
उत्तर प्रदेश के राजस्व निरीक्षकों के लिए खुशखबरी है। जल्द ही स्टेशनरी भत्ते में बड़ी वृद्धि होने वाली है। खबर है कि राजस्व परिषद ने इस संबंध में एक प्रस्ताव योगी आदित्यनाथ सरकार को भेजा है, जिसमें भत्ता 750 रुपये करने का जिक्र किया गया है।
खाते में आएगी इतनी राशि, परिषद ने शासन को भेजा प्रस्ताव
यूपी के लाखों कर्मचारियों पेंशनरों का जल्द महंगाई भत्ता भी बढ़ने वाला है। खबर है कि होली से पहले योगी आदित्यनाथ सरकार जनवरी 2025 से डीए में 3ः की वृद्धि कर सकती है, जिसके बाद डीए 53ः से बढ़कर 56ः हो जाएगा। इसके अलावा जिन कर्मचारियों का इंक्रीमेंट जुलाई में नहीं होता, उनको जनवरी में मिलेगा। इस तरह से 2 लाख कर्मचारियों को 6ः और बचे हुए सभी कर्मचारियों को 3ः वेतन बढ़ोतरी का लाभ मिलेगा। कार्मिक और वित्त विभाग में इसकी तैयारी शुरू कर दी है। उत्तर प्रदेश के राजस्व निरीक्षकों को 750 रुपये स्टेशनरी भत्ता देने की तैयारी है। राजस्व परिषद ने इस संबंध में शासन को प्रस्ताव भेजा है। इसमें कहा गया है कि अभी मात्र छह रुपये माह ही स्टेशनरी भत्ता दिया जा रहा है। इसके चलते उन्हें परेशानियां हो रही हैं। उनकी मांग है कि 1000 रुपये हर माह भत्ता दिया जाए, लेकिन 750 रुपये देने का औचित्य पाया गया है। गौरतलब है कि नए साल 2025 में राज्य सरकार द्वारा यूपी के अलग अलग वर्ग के कर्मचारियों को सौगातें देने का सिलसिला जारी है। हाल ही में योगी आदित्यनाथ सरकार ने परिवहन निगम के संविदा चालकों और परिचालकों के मानदेय में 7 से 9 प्रतिशत और पीआरडी जवानों के दैनिक भत्ते में 26 फीसदी की बढ़ोतरी की है। इससे हजारों कर्मचारियों को लाभ मिलेगा और अब राजस्व निरीक्षकों का भत्ता बढ़ाने को लेकर प्रस्ताव भेजा गया है।प्रति माह स्टेशनरी भत्ता देने की तैयारी
यूपी के सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स को योगी सरकार बड़ा तोहफा देने जा रही है। अपर भूमि व्यवस्था आयुक्त अनिल कुमार यादव की ओर से शासन को भेजे गए प्रस्ताव में कहा गया है कि राजस्व निरीक्षकों ने स्टेशनरी भत्ता 1000 रुपये और मोटरसाइकिल भत्ता 2000 रुपये देने की मांग की है। मोटर साइकिल भत्ता बढ़ाकर 2000 रुपये करने संबंधी प्रस्ताव शासन को पहले ही भेजा जा चुका है। अब स्टेशनरी भत्ता बढ़ाने संबंधी प्रस्ताव भेजा गया है। उत्तर प्रदेश राजस्व निरीक्षक संघ के अध्यक्ष ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव द्वारा दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि एक राजस्व निरीक्षक के क्षेत्र में लगभग 40 से 50 गांव होते हैं। राजस्व निरीक्षक द्वारा धारा-24 के ऑनलाइन आवेदनों के प्रिंट निकलवा कर प्रतिवादियों को नोटिस भेजा जाता है। धारा- 38 के मामलों में नक्शा तैयार करने, धारा 101 की पत्रावलियों पर आख्या अंकित करने पर पैसा खर्च होता है। इसके आलवा आवास, कृषि, मत्स्य पालन, वृक्षारोपण, कुम्हारी कला आदि आवंटनों पर रिपोर्ट उपलब्ध कराई जाती है। इन सभी कामों के लिए फोटो कापी कराना होता है। इसलिए इस पर अधिक खर्च आ रहा है। राजस्व परिषद स्तर पर राजस्व निरीक्षकों को स्टेशनरी भत्ता 750 रुपये हर माह देने को औचित्यपूर्ण पाते हुए प्रस्ताव शासन को भेजा जा रहा है। इन सभी कामों के लिए फोटो कॉपी कराना होता है। इसलिए इस पर अधिक खर्च आ रहा है। राजस्व परिषद स्तर से राजस्व निरीक्षकों को स्टेशनरी भत्ता 750 रुपये हर माह देने को औचित्यपूर्ण पाते हुए प्रस्ताव शासन को भेजा जा रहा है।