गोरखपुर हमसफ़र एक्सप्रेस को पलटाने की साजिश, पटरी पर रखा था लोहा

उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सोमवार की सुबह एक बड़ा रेल हादसा होते-होते बच गया. आनंद विहार से गोरखपुर जा रही हमसफर एक्सप्रेस ट्रेन नंबर:- 12572 को मल्हौर स्टेशन के पास उस समय इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोका गया, जब ट्रेन के लोको पायलट की नजर ट्रैक पर रखे एक भारी-भरकम लोहे के ढांचे पर पड़ी. यह घटना सुबह करीब 3:40 बजे की है.
लोको पायलट ने जैसे ही ट्रैक पर खतरा देखा, उसने तुरंत बिना देर किए ट्रेन को रोक दिया. समय पर सावधानी बरतने के कारण एक बड़ा हादसा टल गया. ट्रेन रुकने के बाद मामले की जानकारी तुरंत इंजीनियरिंग कंट्रोल, लखनऊ को दी गई. सूचना मिलते ही आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल), सिविल पुलिस और रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुंच गए और जांच शुरू कर दी गई.
ट्रैक पर रखा गया यह लोहे का ढांचा स्ट्रक्चर होल्डिंग जैसा लग रहा था, जिस पर नंबर 1087/8-10 लिखा हुआ था. यह डाउन लाइन पर गिरा हुआ मिला. शुरुआती जांच में इस मामले को किसी साजिश से जोड़कर देखा जा रहा है, क्योंकि इतनी भारी चीज का ट्रैक तक पहुंचना सामान्य घटना नहीं मानी जा सकती.
इस मामले में आरपीएफ और गोमतीनगर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. अब पुलिस सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है जिससे यह पता लगाया जा सके कि यह ढांचा ट्रैक पर कैसे और किसने रखा. मामले की जांच की ज़िम्मेदारी उपनिरीक्षक अमरनाथ चौरसिया को दी गई है.
ध्यान देने योग्य है कि इससे पहले भी रहीमाबाद के पास एक और ट्रेन हादसे की कोशिश नाकाम की गई थी. उस समय गरीब रथ स्पेशल ट्रेन को निशाना बनाने की साजिश रची गई थी. रेलवे ट्रैक पर मोटा लकड़ी का टुकड़ा रखा गया था, जिसे आम के पत्तों और भगवा कपड़े में लपेटा गया था. परंतु, समय रहते आरपीएफ और रेलवे अधिकारियों ने वहां पहुंचकर ट्रैक को साफ करा दिया था.
उस घटना के कारण लगभग एक घंटे तक डाउन ट्रैक बाधित रहा था. गैंगमैन की शिकायत पर रहीमाबाद कोतवाली में भी मुकदमा दर्ज हुआ था. इन घटनाओं से रेलवे प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं.