यूपी में घर में चला रहा था बैंक, 1500 लोगों की गाढ़ी कमाई लेकर फरार
.jpg)
उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में स्थित गोरखपुर के शाहपुर क्षेत्र के बिछिया इलाके में प्राइवेट बैंक चलाने के नाम पर बड़ा घोटाला सामने आया है. बैंक के संचालक ने हजारों लोगों को मोटा मुनाफा देने का झांसा दिया और एजेंटों के जरिए करोड़ों रुपये जमा करा लिए. स्वतंत्रता दिवस के आसपास अचानक बैंक पर छुट्टी का पोस्टर चिपकाकर संचालक फरार हो गया.
2016 से शुरू हुआ था बैंक
बिछिया निवासी कंचन यादव और एजेंटों ने बताया कि साल 2016 में आरोपी ने अपने घर को ही बैंक का दफ्तर बना लिया था. धीरे-धीरे उसने मोहल्ले और शहर के कई युवाओं को एजेंट बनाकर जनता से पैसे जमा कराना शुरू किया. एजेंट लोगों से रुपये जमा करवाते और बदले में खाताधारकों को रसीद दी जाती थी. एजेंटों को हर महीने निश्चित सैलरी भी मिलती थी.
पांच करोड़ रुपये का निवेश
करीब 9 सालों में एजेंटों की मदद से लगभग 1500 लोगों ने इस कथित बैंक में अपनी कमाई लगाई. अनुमान है कि कुल जमा राशि करीब 5 करोड़ रुपये तक पहुंच गई. इसमें से 13.40 लाख रुपये केवल जमा और एजेंटों की तनख्वाह में खर्च हुए. शुरुआत में सब कुछ सामान्य दिखाई दिया. लोग समय पर रसीद पाते रहे और एजेंटों को भी पैसे मिलते रहे.
स्वतंत्रता दिवस के बाद बंद हुआ बैंक
15 अगस्त के आसपास अचानक बैंक के गेट पर छुट्टी का पोस्टर चिपकाकर ताला जड़ दिया गया. 17 अगस्त तक बैंक नहीं खुला तो खाताधारक और एजेंट परेशान हो उठे. संचालक ने बाद में एजेंटों को फोन कर कहा कि वह नेपाल जा रहा है और अब पैसे जमा करने का काम बंद कर दें. इसके कुछ समय बाद उसका मोबाइल भी बंद हो गया और बैंक स्थायी रूप से बंद कर दिया गया.
खाताधारकों और एजेंटों की गुहार
सैकड़ों लोग अपने पैसे डूबने के डर से लगातार एजेंटों को फोन करने लगे. परेशान एजेंटों और खाताधारकों ने शुक्रवार को एसएसपी कार्यालय पहुंचकर प्रार्थना पत्र दिया.
पुलिस की कार्रवाई शुरू
एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने इस विषय पर जानकारी देते हुए कहा कि पीड़ितों की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की जा रही है. आरोपों की पुष्टि होने पर संचालक की गिरफ्तारी कर कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी. एजेंटों का कहना है कि उन्होंने पहले भी शाहपुर थाने में तहरीर दी थी, लेकिन अब मामले ने गंभीर रूप ले लिया है.
ताजा खबरें
About The Author

शोभित पांडेय एक समर्पित और अनुभवशील पत्रकार हैं, जो बीते वर्षों से डिजिटल मीडिया और ग्राउंड रिपोर्टिंग के क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं। खबरों की समझ, तथ्यों की सटीक जांच और प्रभावशाली प्रेज़ेंटेशन उनकी विशेष पहचान है। उन्होंने न्यूज़ राइटिंग, वीडियो स्क्रिप्टिंग और एडिटिंग में खुद को दक्ष साबित किया है। ग्रामीण मुद्दों से लेकर राज्य स्तरीय घटनाओं तक, हर खबर को ज़मीनी नजरिए से देखने और उसे निष्पक्षता के साथ प्रस्तुत करने में उनकी विशेष रुचि और क्षमता है।