गोरखपुर वाराणसी का सफर होगा आसान, घंटों के सफर होंगे कम, जनवरी से नई रेल लाईन पर चलेंगी ट्रेन
कुंभ मेला 2025 के लिए भारतीय रेलवे रिकॉर्ड संख्या में ट्रेनें एडवांस्ड ट्रैक और श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं देने को तैयार है। विश्व के सबसे बड़े धार्मिक समागम माने जाने वाले कुंभ मेले के लिए रेलवे की तैयारी सामने आ गई है। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ के दौरान गोरखपुर और वाराणसी से जाने वाले श्रद्धालुओं को जनवरी तक कुछ राहत मिलेगी। इसके लिए रेलवे को 31 दिसंबर तक सभी निर्माण कार्य समाप्त करने का आदेश दिया गया है।
डबलिंग भी वाराणसी से प्रयागराज के बीच हो रही थी। रेलवे बोर्ड ने अगले साल जनवरी में होने वाले महाकुंभ के दौरान इन दोनों कामों को समय से पहले पूरा करने का निर्णय लिया है। सीआरएस निरीक्षण के साथ वाराणसी-प्रयागराज के बीच बचे हुए रामबाग स्टेशन-प्रयागराज जंक्शन के दोहरीकरण का काम दो दिन पहले पूरा हो गया है। औड़िहार से भटनी के बीच अवशेष कार्य पर अब पूरा जोर दिया जा रहा है। गोरखपुर से वाराणसी तक नौ ट्रेनें चलती हैं, जिनमें कृषक एक्सप्रेस, वाराणसी इंटरसिटी, दादर एक्सप्रेस और चौरीचौरा एक्सप्रेस शामिल हैं। इनमें से तीन ट्रेनें मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की ओर प्रयागराज से गुजरती हैं। साथ ही गोरखपुर से वाराणसी रूट पर बिहार और झारखंड की कई विशेष ट्रेनें चलती हैं। यह एकमात्र रूट होने के कारण ट्रेनों को बार-बार लाइन क्लीयर के लिए रुकना पड़ता है।