UP में CETP प्रोजेक्ट में देरी, कंपनी पर 40 करोड़ जुर्माना; DM ने वसूली के दिए सख्त आदेश
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यूपी में कानपुर के जाजमऊ में 20 एमएलडी सीईटीपी परियोजना में देरी की वजह से डीएम ने वेटेक वबाग कंपनी पर करीब करीब 40 करोड रुपए का जुर्माना लगाया अब ऐसे में 600 करोड़ की इस परियोजना का उद्देश्य गंगा को अब स्वच्छ बनाना है जिसमें कंपनी के अधिकारियों की अनुपस्थिति पर नाराजगी भी जताई गई है रैमकी कंपनी द्वारा स्लज उठान न करने की वजह से बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है.
टाइम लाइन निर्धारित होने पर भी कार्य अधूरा
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अब जिलाधिकारी ने जाजमऊ टेनरी इंफ्लुएंट ट्रीटमेंट संगठन के सचिव से इन दोनों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा गया है. सरसैया घाट स्थित एक सभागार में बैठक में समीक्षा के दौरान या पाया गया है कि जोन एक में पिछले एक माह से 207 मी पाइपलाइन का कार्य लंबित भी है अब समय सीमा में कार्य पूरा न करने पर जिलाधिकारी ने वेटेक वबाग कंपनी का दायित्व तय करने का भी दिशा निर्देश दिया है जिसमें निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष काम को अत्यंत धीमी प्रगति को देखते हुए करीब करीब 40 करोड रुपए का जुर्माना तत्काल वसूलने का दिशा निर्देश दे दिया गया है.
परियोजना पूर्ण होने पर मिलेगा यह लाभ
अब इस बैठक में या तथ्य भी सामने आ चुका है कि रैमकी कंपनी द्वारा लगभग जून महीने से स्लज का उत्थान नहीं किया जा रहा है अब इस पर जिलाधिकारी ने सचिव जेटेटा को दिशा निर्देश दिया गया है कि कंपनी को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है जिसमें चेतावनी भी दिया गया है कि भविष्य में ऐसी स्थिति दोबारा किसी भी तरीके से उत्पन्न न होने पाये अब इस कड़ी में जिलाधिकारी ने सचिव जेटेटा को निर्देशित किया है कि सीईटीपी संचालन में आ रही सभी बाधाआओ को विस्तृत विवरण तैयार कर नमामि गंगे परियोजना कार्यालय को पत्र के माध्यम से तत्काल प्रेषित किया जाए जिसमें तुरंत समाधान सुनिश्चित किया जा सके अब इस प्रोजेक्ट के मूल्य समय सीमा 31 अक्टूबर 2024 निर्धारित की गई थी.
लेकिन अक्टूबर 2024 तक मात्र 90% काम पूरा करवाया गया था जो अब तक 93% ही हो पाया है अब इस बैठक में जेटेटा सचिव नादरी समेत अन्य लोग भी उपस्थित रहे वही कंपनी के अधिकारियों से बात करने का भी प्रयास किया जा रहा है लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई. अब इस परियोजना के हो जाने से जिले को प्रदूषण मुक्त बनाने में महत्वपूर्ण योगदान भी मिल पाएगा इसका प्रमुख लाभ यह होगा कि वर्तमान में अन्य सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का 20 एमएलडी ट्रीटेड पानी जो सिंचाई में उपयोग किया जा सकता है उपलब्ध हो सकेगा.
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शम्भूनाथ गुप्ता पिछले 5 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता में हैं। 'मीडिया दस्तक' और 'बस्ती चेतना' जैसे प्लेटफॉर्म पर न्यूज़ और वीडियो एडिटिंग टीम में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। न्यूज़ प्रोडक्शन और डिजिटल कंटेंट निर्माण में गहरा अनुभव रखते हैं। वर्तमान में वे 'भारतीय बस्ती' की उत्तर प्रदेश टीम में कार्यरत हैं, जहां वे राज्य से जुड़ी खबरों की गंभीर और सटीक कवरेज में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।