यूपी के इस जिलें में बाईपास का निर्माण पूरा, वाहनों को मिलेगी रफ्तार

यूपी के इस जिलें में बाईपास का निर्माण पूरा, वाहनों को मिलेगी रफ्तार
यूपी के इस जिलें में बाईपास का निर्माण पूरा, वाहनों को मिलेगी रफ्तार

उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में स्थित मथुरा और आसपास के जिलों के लोगों के लिए राहत भरी खबर है. नेशनल हाईवे-19 और यमुना एक्सप्रेसवे को जोड़ने वाला उत्तरी बाइपास अब लगभग तैयार हो चुका है. ये बाइपास न सिर्फ यात्रियों का समय बचाएगा, बल्कि आगरा और मथुरा के बीच जाम की पुरानी समस्या से भी छुटकारा दिलाएगा.

307 करोड़ की लागत से बना शानदार बाइपास

लगभग 307 करोड़ रुपये की लागत से तैयार यह बाइपास मथुरा के फरह से आगरा के खंदौली तक आवागमन को बेहद आसान बनाएगा. पहले जहां यह दूरी 45 किलोमीटर से ज्यादा थी, अब 30 किलोमीटर रह जाएगी. यानी, लोग रैपुरा जाट से खंदौली मात्र 20 मिनट में पहुंच सकेंगे.

किसानों की जमीन हुई अधिग्रहित

इस प्रोजेक्ट की शुरुआत साल 2022 के अंत में हुई थी. हिलवेज कंपनी ने निर्माण का काम संभाला, जबकि प्रशासन ने मथुरा, महावन और हाथरस (सादाबाद तहसील) के किसानों की जमीन अधिग्रहित की थी. यह बाइपास दिल्ली-आगरा हाईवे के किलोमीटर 174 से शुरू होकर यमुना एक्सप्रेसवे के किलोमीटर 141 तक जाता है. इसमें 4 अंडरपास और यमुना पर 1 मजबूत पुल भी निर्मित किया गया है.

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स्थानीय लोगों को बड़ा फायदा

बाइपास के निर्माण से न सिर्फ वाहनों का सफर सुगम होगा, बल्कि आसपास के सैकड़ों गांवों को भी बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी. बलदेव, लालगढ़ी, कजौली घाट, और भदाया गांव में बने 4 अंडरपास ग्रामीणों को सीधी पहुंच देंगे. पैदल यात्रियों को अब सड़क पार करने में खतरा नहीं रहेगा और वाहनों को भी लंबा चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा.

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अब बस हाइटेंशन लाइन का इंतजार

हालांकि निर्माण लगभग पूरा हो चुका है, लेकिन बाइपास के औपचारिक उद्घाटन में अभी 15–20 दिन और लग सकते हैं. कारण है, हाइटेंशन लाइन की शिफ्टिंग का काम. आगरा से मथुरा आने वाली लाइन चैनेज नंबर 11900 और 0500 पर अभी पूरी तरह स्थानांतरित नहीं हुई है.

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कर्मचारी खंभों को ऊंचा कर रहे हैं ताकि लाइन मुख्य मार्ग से ऊपर से सुरक्षित गुजरे. जैसे ही यह काम पूरा होगा, एनएचएआई और यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण इसके उद्घाटन की तारीख तय करेंगे.

हिलवेज कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर रजत सोलंकी ने इस विषय पर जानकारी देते हुए बताया है कि "उत्तरी बाइपास का मुख्य उद्देश्य मथुरा और आगरा के बीच तेज, सुरक्षित और सुगम यातायात सुनिश्चित करना है. उद्घाटन की औपचारिक घोषणा हाइटेंशन लाइन शिफ्टिंग के बाद की जाएगी. इसके शुरू होते ही क्षेत्र के यात्रियों को जाम से स्थायी राहत और 30% दूरी में कमी का लाभ मिलेगा."

सुरक्षा और टिकाऊपन पर भी फोकस

वर्षा के दौरान मिट्टी कटान रोकने के लिए सर्विस रोड के पास बाउंड्रीवाल बनाई जा रही है. यह कार्य लगभग अंतिम चरण में है और अगले कुछ दिनों में पूरा हो जाएगा.

बाइपास से मिलेगा जाम से स्थायी राहत

फरह से खंदौली तक आने-जाने वाले वाहनों को अब आगरा शहर के भीतरी ट्रैफिक से नहीं गुजरना पड़ेगा. यह बाइपास उन्हें सीधा रास्ता देगा. इससे ग्वालियर, जयपुर, भरतपुर, फरीदाबाद और मथुरा-आगरा मार्ग पर आने-जाने वालों को भी बहुत राहत मिलेगी.

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शोभित पांडेय एक समर्पित और अनुभवशील पत्रकार हैं, जो बीते वर्षों से डिजिटल मीडिया और ग्राउंड रिपोर्टिंग के क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं। खबरों की समझ, तथ्यों की सटीक जांच और प्रभावशाली प्रेज़ेंटेशन उनकी विशेष पहचान है। उन्होंने न्यूज़ राइटिंग, वीडियो स्क्रिप्टिंग और एडिटिंग में खुद को दक्ष साबित किया है। ग्रामीण मुद्दों से लेकर राज्य स्तरीय घटनाओं तक, हर खबर को ज़मीनी नजरिए से देखने और उसे निष्पक्षता के साथ प्रस्तुत करने में उनकी विशेष रुचि और क्षमता है।