यूपी में ई-रिक्शा को लेकर बड़ी खबर, इस नियम का करना होगा पालन
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यातायात विभाग ने शहर के भीड़भाड़ वाले इलाकों में ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए जोनवार स्टीकर प्रणाली लागू करने की घोषणा की है. इस नई व्यवस्था के तहत अब वाहनों को उनके संचालन क्षेत्र के अनुसार अलग.अलग रंगों वाले स्टीकर दिए जाएंगे. जिससे यह तय होगा कि कौन.सा वाहन किस जोन में प्रवेश कर सकता है.
इलाकों में ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बनाने की पहल
जोनवार स्टीकर प्रणाली एक प्रभावी कदम है जो ट्रैफिक जाम, प्रदूषण और अव्यवस्था को नियंत्रित करने में मदद करेगी. यदि जनता इस योजना में सहयोग करती है. तो आने वाले समय में शहर का यातायात और भी अधिक व्यवस्थित और सुचारू हो जाएगा. गोरखपुर शहर के पांच जोन में चलने वाले ई-रिक्शा के लिए यातायात पुलिस ने शुक्रवार को जोनवार लाल, नीला, पीला, ऑरेंज और बैंगनी स्टीकर जारी कर दिया है. ई-रिक्शा चालक तारामंडल स्थित ज्योती फ्लैक्स प्रिंटर्स की दुकान से 10 रुपये प्रति स्टीकर प्राप्त कर सकते हैं.
इसके अलावा निर्धारित सैंपल के अनुसार स्वयं भी प्रिंट करवा सकते हैं. शहरी क्षेत्र में चलने वाले सभी चालकों को अपने ई-रिक्शा पर आगे और पीछे जोन नंबर का स्टीकर 18 अप्रैल तक हर हाल में लगवाना होगा. इसके बिना चलने वाले ई-रिक्शा सीज किए जाएंगे. भविष्य में ई-रिक्शा चालक जोन में बदलाव करना चाहते हैं, तो यातायात विभाग में आवेदन करेंगे। स्टीकर चिपकाने का स्थान सामने शीशे के वाये ऊपर की तरफ होगा और पीछे मध्य में चिपकाया जाएगा.
नियमित जाम और अव्यवस्था से मिलेगी राहत
शहर के विभिन्न इलाकों में लगातार बढ़ते ट्रैफिक जाम. अवैध पार्किंग और सड़क हादसों को देखते हुए प्रशासन और यातायात विभाग ने मिलकर ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने की योजना बनाई है. इस योजना के तहत मुख्य चौराहों, बाजार क्षेत्रों, स्कूलों और अस्पतालों के पास विशेष व्यवस्था की जाएगी. एसपी यातायात संजय कुमार ने बताया है कि रेलवे स्टेशन को केंद्र बनाकर शहर में पांच जोन निर्धारित कर दिए हैं. इसको लेकर 11 अप्रैल से पीए सिस्टम से एनाउंस कराया जा रहा है कि चयनित जोन में ही अपना ई-रिक्शा चलाएं. यातायात विभाग में अतिशीघ्र जोन वार रजिस्ट्रेशन यूनियन के माध्यम से प्रार्थना पत्रों के आधार पर किया जायेगा.
जिन ई-रिक्शा के अभिलेख व फिटनेश पूर्ण होंगे उनको ही जोन में चलने की अनुमति होगी. अब ट्रैफिक लाइट्स में स्मार्ट सेंसर लगाए जा रहे हैं. जो वाहन की संख्या के अनुसार सिग्नल का समय तय करेंगे. इससे ट्रैफिक का प्रवाह बेहतर होगा. गलियों और मुख्य सड़कों पर खड़ी अवैध गाड़ियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. फाइन और व्हील क्लैंपिंग की व्यवस्था भी लागू की जा रही है. भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में एकतरफा ट्रैफिक प्रणाली लागू की जा रही है. ताकि जाम से निजात मिले और सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी आए.