यूपी में इस जगह बनेगा 300 करोड़ रुपए से नया पुल, बाराबंकी से इन रूटों को मिलेगी रफ्तार
Uttar Pradesh News
देश के बड़े राज्यों के वाहन चालकों के लिए खुशखबरी है। इन राज्यों को सीधा जोड़ने के लिए नया पुल बनाया जा रहा है। जिसपर कार-बाइक.बस.ट्रक सरपट दौड़ सकेंगे। यह केबल हेंगिंग ब्रिज होगा। जिसके लिए सभी विभागों की मंजूरी मिल चुकी है। खास बात यह है कि ब्रिज का काम जल्द ही शुरु हो जाएगा।
संजय सेतु को मिलेगा सहारा
केंद्र सरकार से मंजूरी के बाद अब एनएचएआई इसके डीपीआर के साथ स्टीमेट बनाने की प्रक्रिया में जुटा है। इसके निर्माण पर तीन सौ करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। पुल के निर्माण से बूढ़े हो चुके संजय सेतु को बड़ा सहारा मिलेगा। साथ ही ट्रैफिक लोड के कारण होने वाली जाम की समस्या से भी छुटकारा मिलेगा।
पांच घंटे लगते थे जाम
सरयू नदी संजय सेतु की आठ जोड़ों में आई दरार की मरम्मत चल रही है। इसके चलते रामनगर के चौका घाट रेलवे स्टेशन से संजय सेतु तक व पूर्वाेत्तर के घाघरा घाट ओवरब्रिज तक यातायात वाहनों की कतारें लग गईं। सुबह से करीब पांच घंटे बाद लंबा जाम छूटा और धीरे-धीरे वाहन निकले। संजय सेतु के जोड़ों में आई दरार की मरम्मत कराई गई थी। सेतु के जोड़ों को पीएनसी कंपनी ने बनाया था, जिनमें दरारें आ गई हैं। कार्यदाई संस्था से संपर्क कर सीओ ने जोड़ों के टूट जाने की जानकारी दी थी।
पीएनसी कंपनी ने एक वाहन पर विद्युत उपकरण व बिल्डिग मशीन सहित वेल्डर को भेजा जो सोमवार को दूसरे पहर में पहुंची। इसके बाद सेतु के जोड़ों में आई दरार की मरम्मत शुरू की गई थी। राष्ट्रीय राजमार्ग बांदा-बहराइच पर अधिकांश वाहनों का आवागमन होता। यह मार्ग पूर्वाेत्तर के गोंडा, बलरामपुर, बस्ती, नेपाल को जोड़ता है। सेतु पर जोड़ों के क्षतिग्रस्त होने का कारण भारी वाहनों का आवागमन माना जा रहा है। संजय सेतु का निर्माण 1984 में हुआ था। अधिकारियो के अनुसार यह बिना किसी घुमाव वाला सीधा लेकिन शानदार ब्रिज होगा। वर्तमान में संजय सेतु पर यातायात का दबाव 50 गुना से अधिक हो गया है। इस कारण क्षतिग्रस्त हुए संजय सेतु के ज्वाइंटों की अब तक 10 से अधिक बार मरम्मत हो चुकी है।