यूपी में बिना रजिस्ट्रेशन चल रहा था हॉस्पिटल, डिप्टी CMO ने किया सील
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यूपी में भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए कई तरह के अभियान चलाए जा रहे हैं लेकिन केंद्र और राज्य सरकार अलग-अलग अपने स्तर पर अभियानों का संचालन कर रहे हैं लेकिन हैरानी की बात यह है कि इन अभियान के बावजूद भी सार्वजनिक क्षेत्र में भ्रष्टाचार खत्म नहीं हुआ आईए जानते हैं क्या है पूरा मामला.
अन्य जिलों में भी कार्रवाई की तैयारी
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में भ्रष्टाचार में व्याप्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है. मिली जानकारी के अनुसार बताया गया है कि अपोलो मल्टी हॉस्पिटल बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित किया जा रहा था जिसमें डिप्टी सीएमओ की टीम ने इस अस्पताल को सील कर दिया है सील का प्रावधान अमितेश द्विवेदी के अगुवाई में हुआ है. उन्होंने कहा कि यह हॉस्पिटल बिना पंजीकरण के चलाया जा रहा था निरीक्षण में कोई भी एमबीबीएस डॉक्टर नहीं मिला है जिसमें दो मरीज भर्ती भी थे लेकिन जिला अस्पताल रेफर कर दिया. सेठ घाट रोड पर स्थित अस्पताल को सील करने का मामला सुर्खियों में बध गया. जिसमें आगे बताया गया है कि प्रदेश में बिना रजिस्ट्रेशन संचालित होने वाले अस्पतालों पर डिप्टी सीएमओ और स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार कार्रवाई कर रही है.
ताजा मामला स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई
आगे बताया गया है कि अस्पतालों के लिए टाइम टू टाइम पंजीकरण और नवीनीकरण अनिवार्य होगा इसे कंट्रोल, गुणवत्ता और निरीक्षक सुनिश्चित की जाएगी बिना लाइसेंस और डॉक्टर कर्मचारी वाले अस्पताल में इलाज खतरनाक भी हो सकता है डिप्टी सीएमओ की कार्रवाई रोगियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में वरदान साबित हो रहा है. इसी बीच अप चिकित्सा अधिकारी भी बिना रजिस्ट्रेशन फर्जी और रजिस्ट्रेशन के संचालित अस्पतालों की लगातार पहचान और कार्रवाई भी कर रहे हैं दवाइयां और उपकरण की जांच भी की जा रही है और संचालक के खिलाफ नोटिस और एफआईआर दर्ज करने का योजना भी तैयार किया जा रहा है अब इस कदम से चर्चित गैर कानूनी अस्पताल चलाने वालों में भी हड़कंप मत चुका है और स्वास्थ्य सेवा सुधारो पर फोकस बढ़ा दिया गया है.