यूपी के इस शहर को तोहफ़, 22 पिलर तैयार, जाम से मिलेगी राहत
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यूपी में सरैया क्रॉसिंग रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है जिसमें से साईं डेवलपर्स एंड कांट्रेक्शन फर्म ने 3 महीने में 26 पिलर तैयार कर चुका है तथा स्लैब डालने का भी कार्य शुरू हो चुका है सेतु निगम का मनसा है कि दिसंबर तक काम को पूरा कर लिया जाए तथा जनवरी से जनता के लिए आरओबी को खोल दिया जाए.
शुरू हुआ निर्माण कार्य, खत्म हुआ इंतजार
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में सरैया क्रॉसिंग रेलवे ओवर ब्रिज के 26 पिलर बनकर तैयार किया जा चुका है जिसमें कार्यदाई संस्थान ने 3 महीने में इस कार्य को पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है अब इसके साथ-साथ ही पिलर में स्लैब डालने का भी कार्य को प्रारंभ करवा दिया गया है अब से तो निगम के अफसर की मानें तो कार्यदायी संस्था दिसंबर महीने में कार्य को आसानी से खत्म कर देगी तथा जनवरी में सरैया रेलवे ओवर ब्रिज का शुभारंभ करवा दिया जाएगा. अब इसमें 4 साल से फंसे हुए पुल का कार्य अप्रैल महीने से साईं डेवलपर्स एंड कांट्रेक्शन फर्म को कार्य सौंप दिया गया था.
जिसमें इसके निर्माण कार्य तेजी से प्रारंभ हुआ फर्म में दो गुना मजदूरों के साथ अधूरे 10 पिलर का निर्माण शुरू कर दिया जो महज 3 महीने में पूरा किया गया कार्यदायी संस्था ने बना चुके पिलर पर स्लैब डालने का कार्य भी शुरू कर दिया है जिसमें हालांकि रेलवे के द्वारा अपने पार्ट में काम नहीं शुरू किया गया अब जिससे सेतु निगम के अधिकारियों को फिर देरी की चिंता भी सताने लगी अब अधिकारियों ने कहा है कि रेलवे से जल्द से जल्द कार्य अधूरे कार्य को पूरा करवाने के लिए पत्राचार प्रारंभ करवा दिया जाए जिसमें रेलवे ने पिलर तो बना दिए हैं लेकिन अभी तक गर्डर रखने का काम नहीं किया गया है.
जानिए क्यों रुका था निर्माण कार्य
अब इस कड़ी में सरैया क्रॉसिंग आरओबी रूपरेखा सेतु निगम ने साल 2016 में बनना प्रारंभ किया गया था लेकिन इस दौरान कई बार प्रस्ताव की स्वीकृति के लिए शासन को भेजा गया लेकिन कोई कमी निकालकर उसे वापस भी कर दिया गया अब साल 2020 में सरैया क्रॉसिंग में लगभग 800 मीटर लंबे रेलवे ओवर ब्रिज निर्माण को स्वीकृति मिली अब इसके लिए 78 करोड रुपए का बजट जारी करने के साथ-साथ राजधानी लखनऊ सेतु निगम इकाई को निर्माण की जिम्मेदारी सौपा गया.
साल 2021 में बजट आवंटन के बाद सरैया पुल का निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ अब वही जून 2023 में निर्माण का कार्य खत्म करके जनता को सौपा जाना था लेकिन ऐसे समय पर अफसर ने निरीक्षण करके जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए साढे 300 मीटर लंबाई बढ़कर मरहला चौराहे को पर करते हुए उतारने का फैसला लिया जिसमें करीब करीब 1 साल निर्माण रुक रहा डिजाइन में संशोधन तथा बजट स्वीकृति के बाद निर्माण की जिम्मेदारी कानपुर सेतु निगम इकाई को सौंपी गई वही बजट 78 करोड़ से दोगुना होते हुए 150 करोड़ के पार भी पहुंच गया अब बजट मिलने के बाद सितंबर महीना 2024 में फिर से क्रॉसिंग पार मरहला चौराहे की ओर सेतु निगम ने पिलर बनाने का कार्य शुरू किया अब वही सेतु निगम ने निर्माण पूरा होने के लिए अक्टूबर 2026 का लक्ष्य रखा है लेकिन कानपुर इकाई के द्वारा सुस्त रफ्तार से काम किया जा रहा था.
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शम्भूनाथ गुप्ता पिछले 5 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता में हैं। 'मीडिया दस्तक' और 'बस्ती चेतना' जैसे प्लेटफॉर्म पर न्यूज़ और वीडियो एडिटिंग टीम में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। न्यूज़ प्रोडक्शन और डिजिटल कंटेंट निर्माण में गहरा अनुभव रखते हैं। वर्तमान में वे 'भारतीय बस्ती' की उत्तर प्रदेश टीम में कार्यरत हैं, जहां वे राज्य से जुड़ी खबरों की गंभीर और सटीक कवरेज में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।