यूपी के इस नये रेल रूट पर होगा 36 पुल का निर्माण
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भारतीय रेलवे ने आधुनिक समय के रेल विकास कार्यों तक एक विविध विकास का अनुभव किया है। भारतीय रेलवे दुनिया के सबसे बड़े रेलवे नेटवर्क में से एक है और 18वीं शताब्दी से इसने कई लोगों को रोजगार दिया है। भारतीय रेलवे का विकास की पूरी प्रक्रिया को दो चरणों में वर्गीकृत किया गया है, एक भारतीय स्वतंत्रता से पहले और दूसरा भारतीय स्वतंत्रता के बाद।
रेल बजट का पहला सीधा प्रसारण
रोजगार व विकास के रास्ते खोलेगा रेल मार्ग
वर्तमान में रोजाना 2 करोड़ से ज्यादा यात्रियों को उनकी मंजिल तक पहुंचाने वाली भारतीय रेल का कोई सानी नहीं है। दुर्गम पहाड़ी इलाकों और द्वीपों को छोड़कर देश का शायद ही कोई कोना होगा जो रेल से नहीं जुड़ा होगा। मुंबई जैसे महानगर का तो काम ही इसके बगैर नहीं चल सकता। रेल नेटवर्क के मामले में भारत का स्थान दुनिया में चौथा है। रेलवे विभाग के अनुसार घुघुली से आनंदनगर नई रेलवे लाइन के शुरू होने से आसपास के लोगों को बेहतर परिवहन सुविधा मिलेगी। अभी इस क्षेत्र के लोगों को रेलवे यात्रा के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। इस परियोजना के पूर्ण होने के बाद महराजगंज जिले को रेलवे नेटवर्क से सीधा जोड़ने में मदद मिलेगी। जानकारी के अनुसार जिले में नई रेलवे लाइन परियोजना के लिए घुघुली से आनंदनगर के बीच प्रस्तावित रेलवे लाइन का कार्य दो चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण में घुघुली से महाराजगंज तक 24.8 किलोमीटर लंबी रेल लाइन बिछाई जाएगी। इस परियोजना के तहत महुआ में बड़ा रेलवे स्टेशन बनेगा। पहले चरण के लिए 430 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया गया है। इसके अंतर्गत रेलवे ट्रैक बिछाने, स्टेशन निर्माण, पुलों का निर्माण और अन्य तकनीकी कार्य किए जाएंगे। रेलवे अधिकारियों के अनुसार जल्द ही दूसरे चरण का टेंडर भी जारी किया जाएगा। इसमें महराजगंज से आनंदनगर तक रेलवे ट्रैक बिछाने का काम होगा।