यूपी के इस जिले से चलेंगी 199 ट्रेन, देंखे कौन सी ट्रेन कब और कहा जाएगी
13 जनवरी, सोमवार से शहर के प्रमुख 8 रेलवे स्टेशनों से लंबी दूरी की ट्रेनों का संचालन शुरू हो गया है
13 जनवरी से प्रयागराज में महाकुंभ की शुरुआत होने वाली है। प्रयागराज महाकुंभ के श्रद्धालुओं के लिए रेलवे की तरफ से 13 जनवरी से लंबी दूरी और छोटी दूरी की रिंग रेल ट्रेनों को चलवाना कर दिया जाएगा। यह कदम श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए उठाया गया है, ताकि वे आसानी से अपने गंतव्यों तक पहुँच सकें।
13 जनवरी, सोमवार से शहर के प्रमुख 8 रेलवे स्टेशनों से लंबी दूरी की ट्रेनों का संचालन शुरू हो गया है, जिससे यात्रियों को मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, राजस्थान, पुणे, हैदराबाद, जम्मू, अहमदाबाद, बेंगलुरु, जयपुर जैसे बड़े शहरों के लिए यात्रा करना आसान हो जाएगा। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि इस सेवा से श्रद्धालुओं को महाकुंभ में भाग लेने में और अधिक सुविधा मिलेगी। इसके अलावा, रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए विशेष इंतजाम किए हैं।जंक्शन के नजदीक 199 ट्रेनों को चलवाया जाएगा। यदि आवश्यक हुआ, तो रेलवे हर 10 मिनट में एक नई ट्रेन चलाने की व्यवस्था करेगा। इनमें कानपुर की दिशा में 61 ट्रेनें, जबकि पीडीडीयू, मानिकपुर और सतना की दिशा में 69 ट्रेनें शामिल होंगी। इन ट्रेनों में रेल रिंग भी सम्मिलित है, जो यात्रा को और अधिक सुगम बनाएगी।
दूसरी तरफ, प्रयागराज जंक्शन से लखनऊ की दिशा में ट्रेनों का संचालन प्रयाग स्टेशन से किया जाएगा, जबकि बनारस की दिशा में रामबाग से 11-11 ट्रेनों की व्यवस्था की जाएगी। चोपन रूट और पीडीडीयू रूट पर कुल 48 अतिरिक्त ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया गया है। इनमें से 33 ट्रेनें दैनिक रूप से चलेंगी, साथ ही 14 कुम्भ विशेष ट्रेनें और एक विस्तारित ट्रेन का संचालन भी होगा। इसके अलावा, मध्य प्रदेश के लिए 21 ट्रेनों का संचालन सुनिश्चित किया जाएगा।
प्रयागराज जंक्शन से कई महत्वपूर्ण रूटों पर ट्रेन सेवाओं का संचालन किया जा रहा है:-
- नैनी और प्रयागराज जंक्शन से पीडीडीयू, विंध्याचल, मीरजापुर और चुनार की दिशा में ट्रेनें चलेंगी।
- प्रयागराज जंक्शन से कानपुर, भरवारी, सिराथू, खागा और फतेहपुर की ओर भी ट्रेनें उपलब्ध रहेंगी।
- प्रयागराज जंक्शन, नैनी और छिवकी स्टेशन से जबलपुर, मानिकपुर, शंकरगढ़, डभौरा, सतना और झांसी की दिशा में भी ट्रेनें चलेंगी।
- प्रयाग और फाफामऊ स्टेशन से भदोही, लखनऊ, अमेठी, प्रतापगढ़, ऊंचाहार, रायबरेली, बरेली और अयोध्या की दिशा में भी ट्रेनें संचालित की जाएंगी।
- रामबाग और झुंसी स्टेशन से बिहार, पूर्वांचल, ज्ञानपुर रोड, वाराणसी और गोरखपुर रूट पर भी ट्रेनें चलेंगी।
परिवहन निगम ने प्रयागराज में आयोजित महाकुम्भ के दौरान श्रद्धालुओं के लिए एक विशेष घोषणा की है। मुख्य पर्वों और स्नान तिथियों पर शटल बसों में यात्रा अब पूरी तरह से निशुल्क होगी। इसमें 3 प्रमुख शाही स्नान और महाशिवरात्रि जैसे महत्वपूर्ण अवसर शामिल हैं। इस योजना के तहत, श्रद्धालुओं को कुल 18 दिनों तक शटल बसों में यात्रा करने के लिए कोई टिकट नहीं लेना पड़ेगा। महाकुम्भ के इस आयोजन में परिवहन निगम ने विशेष रूप से 7,000 बसों को ग्रामीण सेवा के रूप में तैनात किया है, जबकि प्रयागराज में 350 शटल बसों का संचालन किया जाएगा।
मेला अवधि के दौरान मुख्य स्नान पर्वों के अवसर पर, जो कि एक दिन पहले से लेकर एक दिन बाद तक कुल 18 दिनों तक चलता है, नगर एवं मेला क्षेत्र के आसपास के कई पार्किंग स्थलों से स्नानार्थियों को मेला क्षेत्र में लाने और ले जाने के लिए निशुल्क शटल बसों की व्यवस्था की जाएगी। इस संबंध में राम सिंह वर्मा जो कि नगर निगम के अपर प्रबंध निदेशक है उन्होंने प्रधान प्रबंधक (आईटी) को एक पत्र भी भेजा है।
इसमें जानकारी दी गई है कि आगामी स्नान पर्वों के अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधाएँ उपलब्ध रहेंगी। निम्नलिखित महत्वपूर्ण तिथियाँ और पर्व हैं:
1. 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा का पर्व मनाया जाएगा।
2. 14 जनवरी को मकर संक्रांति का विशेष शाही स्नान आयोजित होगा।
3. 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन भी शाही स्नान की व्यवस्था की जाएगी।
4. 3 फरवरी को बसंत पंचमी का पर्व मनाया जाएगा, जिसमें शाही स्नान का आयोजन होगा।
5. 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं को स्नान की सुविधा मिलेगी।
6. 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन भी श्रद्धालुओं के लिए शाही स्नान की व्यवस्था की जाएगी।
इन पर्वों पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष प्रबंध किए जाएंगे, ताकि वे आसानी से पवित्र स्नान कर सकें और धार्मिक अनुष्ठानों का लाभ उठा सकें। यह सेवा स्नानार्थियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए शुरू की जा रही है, ताकि वे आसानी से मेला क्षेत्र तक पहुँच सकें। शटल बसों का संचालन नियमित अंतराल पर किया जाएगा, जिससे लोगों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।